मनोहर लाल धाकड़ और चिन्मयानंद के साथ मैथिली ठाकुर की एडिटेड तस्वीर वायरल
बूम ने पाया कि मंच पर उपस्थित बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और एक अन्य शख्स के चेहरों पर मनोहर लाल धाकड़ और चिन्मयानंद का चेहरा लगाकर मूल तस्वीर को एडिट किया गया है.

बिहार की लोकप्रिय लोकगायिका मैथिली ठाकुर के बीजेपी ज्वॉइन करने के दौरान की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. इस तस्वीर में मई 2025 में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखने वाले कथित बीजेपी नेता मनोहर लाल धाकड़ और बीजेपी के पूर्व नेता स्वामी चिन्मयानंद भी मैथिली ठाकुर के साथ मंच पर नजर आ रहे हैं.
बूम ने जांच में पाया कि यह तस्वीर एडिटेड है. कार्यक्रम की मूल वीडियो और तस्वीर देखने से पता चलता है कि मंच पर मौजूद बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के चेहरे परे स्वामी चिन्मयानंद के चेहरे को लगाकर और एक अन्य शख्स के चेहरे पर मनोहर लाल धाकड़ का चेहरा लगाकर तस्वीर को एडिट किया गया है.
गौरतलब है कि मैथिली ठाकुर ने 14 अक्टूबर 2025 को पटना में दिलीप जायसवाल की उपस्थिति में बीजपी ज्वॉइन की थी. उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बिहार के दरभंगा जिले की अलीनगर सीट से बीजेपी का उम्मीदवार घोषित किया गया है.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
इंस्टाग्राम पर एक यूजर (आर्काइव लिंक) ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, 'भाजपा वर्ल्ड क्लास स्टार प्रचारक दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेसवे हाइवे वाले मनोहर लाल धाकड़, बिहार भाजपा की सुपर स्टार उम्मीदवार मैथिली के साथ.’
फेसबुक (आर्काइव लिंक) और एक्स (आर्काइव लिंक) पर भी लोग यह दावा कर रहे हैं कि मैथिली ठाकुर के बीजेपी ज्वॉइन करते समय मनोहर लाल धाकड़ भी मंच पर मौजूद थे.
बूम की पड़ताल:
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए मैथिली ठाकुर के बीजेपी ज्वॉइन करने वाले इवेंट की फोटो और वीडियो सर्च किए. न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपने यूट्यूब चैनल पर 14 अक्टूबर 2025 को इसका वीडियो शेयर किया था.
इस इवेंट का वीडियो देखने से पता चलता है कि मंच पर मौजूद मैथिली ठाकुर के बगल में पीले कुर्ते में दिख रहे शख्स बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल हैं, जिनके चेहरे पर स्वामी चिन्मयानंद का चेहरे लगा दिया गया है और मैथिली ठाकुर के पीछे खड़े एक अन्य शख्स के चेहरे पर मनोहर लाल धाकड़ का चेहरा लगाकर तस्वीर को एडिट किया गया है.
हमें दैनिक भास्कर के इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसकी मूल तस्वीर भी मिली.
नीचे दोनों के बीच की तुलना देखिए.
गौरतलब है कि चिन्मयानंद स्वामी बीजेपी के नेता रहे हैं वह अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं. साल 2019 में एक लॉ स्टूडेंट ने उनपर दुष्कर्म और शोषण का आरोप लगाया था, जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया. इसके बाद सितंबर 2019 में उन्हें गिरफ्तार किया गया और मार्च 2021 में कोर्ट ने स्वामी चिन्मयानंद सबूतों के अभाव में बरी कर दिया.


