फैक्ट चेक: सुरक्षाबलों पर चप्पल फेंकने का यह वीडियो महाकुंभ का नहीं है
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो नवंबर 2024 में बिहार की राजधानी पटना में पुष्पा 2 के ट्रेलर लॉन्च के दौरान हुई घटना का है.



सोशल मीडिया पर महाकुंभ में जनता द्वारा सुरक्षाबलों को चप्पल मारने के दावे से एक वीडियो वायरल हो रहा है. बूम ने जांच की तो पाया कि यह वीडियो प्रयागराज महाकुंभ से जुड़ा नहीं है.
सुरक्षाबलों और भीड़ के बीच हुई झड़प का यह वायरल वीडियो नवंबर 2024 में बिहार में हुए एक इवेंट के दौरान का है. दरअसल दक्षिण भारत के जाने-माने अभिनेता अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना अपनी आने वाली फिल्म पुष्पा 2 का ट्रेलर लॉन्च करने पटना स्थित गांधी मैदान पहुंचे थे और उनको देखने आई भीड़ बेकाबू हो गई थी.
वायरल वीडियो में एक मैदान में भारी संख्या में भीड़ दिख रही है. भीड़ के आगे बैरिकेडिंग की गई है, जिसके आस-पास लोग धक्का-मुक्की कर रहे हैं. कुछ सुरक्षाकर्मी बैरिकेडिंग पर चढ़कर उन्हें काबू करने की कोशिश कर रहे हैं. इसी क्रम में भीड़ में कुछ लोग सुरक्षाकर्मियों पर चप्पल फेंकते भी नजर आ रहे हैं.
एक्स पर एक वेरिफाइड यूजर ने वीडियो को महाकुंभ के दावे से शेयर करते हुए लिखा, 'कुंभ में राष्ट्रवादी और सनातनी लोगों ने आर्मी वालों पर चप्पलें फेंकी! ये मुसलमान होते तो आज सभी सरकारी मीडिया चैनलों पर यही खबर होती, लेकिन इस धर्म के लोगों को ये सब अलाउड है शायद #KumbhMela2025.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वीडियो महाकुंभ से जुड़ा नहीं है
वायरल वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यूट्यूब पर यह वीडियो मिला. यहां वीडियो को पटना के गांधी मैदान का बताया गया था. इसके मुताबिक यह पुष्पा 2 के ट्रेलर लॉन्च के दिन की घटना है.
हमें इंस्टाग्राम के एक पोस्ट में भी इससे मिलते-जुलते विजुअल वाला एक वीडियो मिला. 17 नवंबर को किए गए इस पोस्ट में भी इसे पुष्पा 2 के ट्रेलर लॉन्च इवेंट का बताया गया था.
आगे हमने इससे संबंधित न्यूज रिपोर्ट्स की भी तलाश की. लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 17 नवंबर 2024 को पटना के गांधी मैदान में पुष्पा 2 के ट्रेलर लॉन्च के दौरान प्रशंसकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई. इस लॉन्च के मौके पर अभिनेता अल्लू अर्जुन और अभिनेत्री रश्मिका मंदाना पटना पहुंचे थे.
उनको देखने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ जुट गई. लोग सितारों के करीब जाने के लिए बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश करने लगे. सुरक्षाकर्मियों के रोके जाने पर उन्होंने उनपर जूते-चप्पल फेंके. इस दौरान भीड़ पर काबू पाने के लिए सुरक्षाकर्मी लाठीचार्ज करते भी देखे गए. हालांकि अधिकारियों ने लाठीचार्ज की खबरों का खंडन किया था.
18 नवंबर की प्रभात खबर की रिपोर्ट में बताया गया कि कुछ दर्शक बैरिकैडिंग को तोड़कर मोबाइल टावर पर भी चढ़ गए थे. भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश में कई बार लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा था. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, स्थिति इतनी खराब हो गई कि भीड़ को रोकने के लिए बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस को बुलाना पड़ा.
संबंधित खबरें यहां, यहां और यहां देखी जा सकती हैं. इन सभी खबरों में वायरल वीडियो से मेल खाते विजुअल्स मौजूद हैं.
घटना से संबंधित नवंबर 2024 की ANI और बिहार तक की वीडियो रिपोर्ट में भी इसकी झलकियां देखी जा सकती हैं. इससे स्पष्ट है कि पटना में पिछले साल नवंबर में हुई घटना के वीडियो को गलत तरीके से प्रयागराज में जारी महाकुंभ से जोड़ा जा रहा है.