कर्नाटक में बस दुर्घटना में महिला के हाथ कटने का वीडियो कई फ़र्ज़ी दावों से वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि लॉरी द्वारा टक्कर मारे जाने की वजह से कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम की बस में खिड़की की तरफ बैठी महिला का हाथ कट गया था.
सोशल मीडिया पर विचलित करने वाला एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला का कटा हुआ दाहिना हाथ दिखाई दे रहा है. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि कर्नाटक में दबंगों ने चलती बस में एक महिला का हाथ काट डाला.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह से फ़र्ज़ी है. 18 जून को मैसूर जिले के बसवराजपुरा के पास कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम की बस में लॉरी द्वारा टक्कर मारे जाने की वजह से यह दुर्घटना घटी.
वायरल वीडियो क़रीब 20 सेकेंड का है. वीडियो में बस की सीढ़ियों के पास बैठी एक महिला का कटा हुआ हाथ दिखाई दे रहा है. साथ ही वहां मौजूद लोग इस दौरान चीखते और चिल्लाते भी नज़र आ रहे हैं. वीडियो में विचलित करने वाले दृश्य मौजूद होने के कारण हम यहां ज्यादा उल्लेख नहीं कर रहे हैं.
भाजपा की मुंबई ईकाई के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष वसीम आर खान ने वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ इस वीडियो को अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है. वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में उन्होंने लिखा है, “कर्नाटक में चलती बस में दबंगों ने महिला का हात काटा, राहुल गांधी जी जवाब दो!”.
इसके अलावा यह वीडियो कर्नाटक में हाल ही में शुरू हुए शक्ति योजना से जोड़कर भी शेयर किया जा रहा है, जिसके तहत महिलाओं को मुफ़्त बस यात्रा की सुविधा दी जा रही है.
वीडियो को शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि “कर्नाटक के हुलिनाहल्ली में बस में खिड़की से चढ़ रही एक महिला का हाथ कट गया. महिला को निःशुल्क बस यात्रा की कीमत चुकानी पड़ी”.
वायरल वीडियो को फ़ेसबुक पर भी इसी तरह के दावों से शेयर किया गया है. फ़ेसबुक पर मौजूद अन्य पोस्ट्स आप यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए उक्त ट्वीट के कोट ट्वीट वाले सेक्शन को खंगाला. तो हमें पत्रकार यासिर मुश्ताक द्वारा किया गया ट्वीट मिला. ट्वीट में उन्होंने बताया था कि यह घटना नंजनगुड में एक ट्रक और बस के बीच टक्कर होने से हुई है. ट्रक वाले की गलती होने के कारण उसके ख़िलाफ़ मामला भी दर्ज कर लिया गया है.
इसके बाद हमने उपरोक्त जानकारी के आधार पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें द हिंदू की वेबसाइट पर 25 जून 2023 को प्रकाशित हुई रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम के द्वारा ज़ारी किए गए बयान के आधार पर खिड़की से चढ़ने के दौरान हाथ कटने के दावे का खंडन किया गया था. वायरल वीडियो में दिख रही बस की फ़ोटो द हिंदू की इस रिपोर्ट में फ़ीचर इमेज के रूप में भी मौजूद थी.
रिपोर्ट में मौजूद कर्नाटक राज्य परिवहन निगम के बयान के अनुसार, “बीते 18 जून को चामाराजानगर डिविजन के अंतगर्त नंजनगुड डिपो की एक बस नंजनगुड-टी नरसीपुर के बीच चल रही थी. करीब 1 बजकर 45 मिनट दोपहर पर बसवराजपुर के पास बस की टक्कर तमिलनाडु नंबर की एक लॉरी से हो गई. विपरीत दिशा से तेज गति से आ रही लॉरी ने बस के दाहिने हिस्से में टक्कर मार दी. इस दुर्घटना में खिड़की की तरफ़ बैठी दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई”.
रिपोर्ट में आगे बताया गया था कि “दुर्घटना में एस शांता कुमारी नाम की एक महिला का दाहिना हाथ कट गया और राजम्मा नायक नाम की दूसरी महिला के दाहिने हाथ पर गंभीर चोटें आईं. घटना की जानकारी मिलने के बाद परिवहन विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए नंजनगुड के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. बाद में घायलों को बेहतर उपचार के लिए मैसूर के अपोलो अस्पताल में भर्ती करा दिया गया. स्थानीय बिलिगेर पुलिस स्टेशन में लॉरी चालक के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है”.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि इस दुर्घटना में बस ड्राईवर की कोई ग़लती नहीं थी और साथ ही राज्य परिवहन निगम ही दोनों घायलों के इलाज़ का पूरा खर्च उठा रही है.
हमने अपनी जांच को पुख्ता बनाने के लिए कर्नाटक राज्य परिवहन निगम की जनसंपर्क अधिकारी डॉ लता से भी संपर्क किया. उन्होंने वायरल दावे का खंडन करते हुए इस घटना की पूरी जानकारी दी और साथ ही दुर्घटनाग्रस्त बस और लॉरी की फ़ोटो भी भेजी.
डॉ लता ने बूम को बताया कि “बीते 18 जून की दोपहर को नंजनगुड-टी नरसीपुर के बीच चलने वाली चामाराजानगर डिविजन की बस KA10F1501 को तेज गति से आती आ रही लॉरी TN77Q8735 ने टक्कर मार दी थी. टक्कर लगने की वजह से खिड़की की तरफ बैठी दो महिलाएं घायल हो गई. इनमें से एक महिला एस शांता कुमारी का दाहिना हाथ कट गया और दूसरी महिला राजम्मा के दाहिने हाथ पर गंभीर चोटें आईं. बाद में परिवहन विभाग के अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा कर पहले तो घायलों को पास के सरकारी अस्पताल में भेजा और फ़िर उन्हें बेहतर इलाज के लिए मैसूर के अपोलो अस्पताल में भर्ती करा दिया गया".