जम्मू-कश्मीर चुनाव: फर्जी दावे से वायरल राहुल गांधी का पुराना वीडियो
बूम ने पाया कि वीडियो 2019 का है. वीडियो में महिला आर्टिकल 370 निरस्त किए जाने के बाद लगाए गए लॉकडाउन से आई मुश्किलों के बारे में बता रही है.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के बीच राहुल गांधी का एक पुराना वीडियो गलत दावे के साथ वायरल हो रहा है, जिसमें फ्लाइट में बैठे राहुल गांधी से एक महिला चीख-चीख कर बात करती नजर आ रही है. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि विदेश में रह रहे कश्मीरी पंडितों ने राहुल गांधी को घेर कर पूछा कि वह कश्मीर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध क्यों करते हैं.
बूम ने पाया कि वीडियो 5 अगस्त 2019 को कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के कुछ हफ्ते बाद का है. उस समय राहुल गांधी विपक्ष के नेताओं के साथ श्रीनगर दौरे पर जाने वाले थे लेकिन इजाजत न मिलने पर उन्हें एयरपोर्ट से वापस लौटना पड़ा. इस दौरान प्लेन में एक महिला राहुल गांधी से कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटाए जाने के बाद लगे लॉकडाउन के कारण वहां हो रही परेशानियों के बारे में बताने लगी.
बूम इस वीडियो का फैक्ट चेक साल 2022 में भी कर चुका है. तब भी यह इसी दावे के साथ वायरल था.
बूम ने तब उस फ्लाइट में मौजूद एक रिपोर्टर से भी संपर्क किया था. उन्होंने बूम से बताया कि वीडियो अगस्त 2019 का है. यह फ्लाइट सुबह गई लेकिन उसी दिन तीन घंटे बाद वापस लौट आई. उस फ्लाइट में राहुल गांधी के साथ दिवंगत सीपीएम नेता सीताराम येचुरी और पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद भी मौजूद थे.
वीडियो में महिला अपनी परेशानी बताते हुए मोटे तौर पर यह कह रही है, "बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. वे एक दूसरे को ढूंढने के लिए घर से निकले हैं, तो उनको पकड़ लिया जाता है. मेरा भाई दिल का मरीज है. वह अपने बच्चों को ढूंढने के लिए निकला था. उसे पकड़ लिया और 10 दिन तक उसका कुछ पता नहीं चला. हम हर तरीके से परेशान हैं."
यह वीडियो एकबार फिर जम्मू- कश्मीर विधानसभा चुनावों के बीच वायरल हो रहा है. गौरतलब है कि कश्मीर में दो चरणों के मतदान हो चुके हैं. तीसरे और अंतिम चरण के लिए मतदान 1 अक्टूबर को होगा. नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.
फेसबुक पर इस पुराने वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'विदेश में रह रहे कश्मीरी पंडितों ने हवाई जहाज में यात्रा के दौरान राहुल गांधी को घेर कर सवाल पूछा कि वो कश्मीर के मामलों पर मोदी का विरोध क्यों करते हैं..? इसका कोई जवाब राहुल गांधी नहीं दे पाए, राष्ट्रीय मीडिया शायद ही यह न्यूज दिखा पाए.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
बूम को यह वीडियो इसी समान दावे के साथ उसके टिपलाइन नंबर (7700906588) पर भी मिला.
फैक्ट चेक: वायरल वीडियो अगस्त 2019 का है
वीडियो से संबंधित कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें अगस्त 2019 की कई सारी न्यूज रिपोर्ट मिलीं, जिनमें वायरल वीडियो के विजुअल्स मौजूद थे. दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, आर्टिकल 370 के हटाए जाने के बाद 24 अगस्त 2019 को राहुल गांधी 11 विपक्षी नेताओं के साथ कश्मीर के हालात जानने के लिए श्रीनगर पहुंचे थे लेकिन सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें दिल्ली वापस लौटा दिया गया.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि दिल्ली वापस लौटने के क्रम में राहुल को फ्लाइट में एक कश्मीरी महिला मिली, जो उनसे लॉकडाउन के कारण आ रही परेशानियों को लेकर अपनी आपबीती बताने लगी कि कैसे उनके बच्चे स्कूल से नहीं जा पा रहे हैं और अगर वे घर से निकलते हैं, तो उनको पकड़ लिया जाता है.
वायरल वीडियो से संबंधित खबरें एनडीटीवी, एबीपी न्यूज, टीवी 9 भारतवर्ष, इंडिया टुडे और आउटलुक के चैनल पर भी देखी जा सकती हैं. इन सभी रिपोर्ट्स में यही बताया गया कि महिला राहुल गांधी से अपनी मुश्किलें साझा कर रही थी.
कश्मीर में लॉकडाउन के चलते आ रही दिक्कतों के बारे में बता रही थी महिला
उस समय कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इस वीडियो को री-शेयर किया था, जिसे मूल रूप से पत्रकार अरुण कुमार सिंह ने पोस्ट किया था. प्रियंका ने इसके साथ लिखा, 'यह कब तक जारी रहेगा? यह उन लाखों लोगों में से एक है जिन्हें "राष्ट्रवाद" के नाम पर चुप कराया जा रहा है और कुचला जा रहा है.'
बूम से तब उस फ्लाइट में मौजूद एक रिपोर्टर ने पुष्टि की थी कि वीडियो अगस्त 2019 का है. फ्लाइट सुबह गई थी लेकिन उसी दिन तीन घंटे बाद वापस लौट आई. फ्लाइट में सीताराम येचुरी और गुलाम नबी आजाद जैसे नेता भी मौजूद थे.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में महिला की पहचान कश्मीरी पंडित के रूप में की गई है, हालांकि बूम स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं करता है. हमारी जांच में यह स्पष्ट है कि महिला राहुल गांधी से सवाल नहीं पूछ रही बल्कि वह लॉकडाउन की वजह से कश्मीरियों को हो रही मुश्किलों के बारे में बता रही है.