इराक़ के आर्ट परफॉरमेंस का वीडियो यजीदी महिलाओं की नीलामी के फ़र्ज़ी दावे से वायरल
बूम ने जांच में पाया कि यह दृश्य सामजिक जागरूकता के मकसद से इराक़ के इरबिल में आयोजित हुए एक आर्ट परफॉरमेंस का है.
सोशल मीडिया पर बेड़ियों में जकड़ी हुई कुछ बुर्काधारी महिलाओं का एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि “इस्लामिक स्टेट(ISIS) ने यजीदी महिलाओं का अपहरण करने के बाद इस तरह से इराक़ और सीरिया के बाजारों में बेचा”.
हालांकि बूम ने पाया कि वायरल दावा फ़र्ज़ी है. यह दृश्य सामजिक जागरूकता के मकसद से इराक़ के इरबिल में आयोजित किए गए एक आर्ट परफॉरमेंस का है.
वायरल वीडियो 20 सेकेंड का है. वीडियो में बुर्का पहनी हुई कुछ महिलाएं बेड़ियों में बंधी हुई दिखाई दे रही हैं. इस दौरान एक बुजुर्ग शख्स एक-एक करके उन महिलाओं के चेहरे पर लगे पर्दे को उठाकर देखता हुआ भी नज़र आ रहा है.
फ़ेसबुक यह वीडियो एक ख़ास हिंदी कैप्शन के साथ वायरल है, जिसमें लिखा हुआ है “इस तरह इस्लामिक स्टेट ने यज़ीदी महिलाओं को इराक और सीरिया के तमाम बाजारों में बेचा। 7000 यज़ीदी महिलाओं और बच्चों का अपहरण कर लिया गया और उन्हें गुलाम बना लिया गया। 10,000 को इस्लाम में परिवर्तित होने से मना करने पर मार दिया गया। अभी भी 2713 यज़ीदी ISIS की कैद में लापता हैं”.
वहीं इस वीडियो को वायरल दावे वाले अंग्रेज़ी कैप्शन के साथ भी सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है. अंग्रेज़ी कैप्शन के साथ मौजूद ट्वीट आप नीचे देख सकते हैं.
फ़ेसबुक पर मौजूद वायरल वीडियो से जुड़े अन्य पोस्ट्स यहां, यहां और यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए उसके कीफ़्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें टिक टॉक यूज़र Zhyar M Barzani के द्वारा 7 मई 2023 को अपलोड किया गया यह वीडियो मिला. इस वीडियो के शुरूआती हिस्से से ही वायरल वीडियो वाले दृश्यों को देखा जा सकता है. वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन के अनुसार यह एक आर्ट परफॉरमेंस है, जिसे आर्यन रफ़ीक ने निर्देशित किया था.
ऊपर मिली जानकारी के आधार पर जब हमने अपनी पड़ताल आगे बढ़ाई तो हमें निर्देशक आर्यन रफ़ीक का फ़ेसबुक अकाउंट मिला. आर्यन रफ़ीक ने अपने फ़ेसबुक अकाउंट से इस आर्ट परफॉरमेंस “The Unheard Screams Of The Ezidkhan Angels” का आमंत्रण शेयर किया था. फ़ेसबुक पोस्ट में मौजूद कैप्शन और तस्वीर में दी गई जानकारी के अनुसार, यह परफॉरमेंस इरबिल सीटाडेल के नजदीक पारकी शर में 8 मार्च 2023 को दोपहर तीन बजे आयोजित किया गया था.
हमने जब आर्यन रफ़ीक के फ़ेसबुक अकाउंट को खंगाला तो पाया कि वे अपने आर्ट परफॉरमेंस और आर्ट वर्क्स को शेयर करती रहती हैं, जिसमें वे इराक़ी और ईरानी महिलाओं पर हुए अत्याचार को उजागर करती हैं.
इस दौरान हमने वीडियो में दिख रहे उस स्थान को भी जियोलोकेट किया तो पाया कि यह ईराक के कुर्दिस्तान इलाके में है. आप नीचे मौजूद तस्वीर में इसे देख सकते हैं.
वीडियो को ध्यान से देखने पर हमने यह भी पाया कि इस आर्ट परफॉरमेंस को देख रहे कई लोग अपने मोबाइल फ़ोन में इसके दृश्य भी कैद कर रहे थे.
हमने अपनी जांच के दौरान इस आर्ट परफॉरमेंस की निर्देशक आर्यन रफ़ीक से भी संपर्क करने की कोशिश की, उनका जवाब मिलने पर स्टोरी को अपडेट कर दिया जाएगा.
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