मेक्सिको में हुए विरोध प्रदर्शन का वीडियो पाकिस्तान का बताकर वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो हाल ही में मेक्सिको में चुनाव सम्बन्धी सुधारों के विरोध में हुए प्रदर्शन का है.
सोशल मीडिया पर हजारों लोगों की भीड़ का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रही भीड़ पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों की है जो इस्लामाबाद में पाकिस्तान की फ़ौज के विरुद्ध इकठ्ठी हुई है. आगे कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में जल्द ही गृह युद्ध होगा और आपस में ही लड़कर मर जाएंगे.
वीडियो में इमारतों से घिरे बड़े से मैदान में भारी संख्या में लोग नज़र आ रहे हैं. मैदान के बीच में एक खम्बा और एक ईमारत के ऊपर झंडा भी फहरता दिख रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया वायरल वीडियो मेक्सिको की राजधानी मेक्सिको सिटी में हुए विरोध प्रदर्शन का है. पाकिस्तान का इससे कोई सम्बन्ध नहीं है.
नेहरू और उनकी भांजी नयनतारा सहगल की तस्वीर को फ़र्ज़ी दावे से शेयर किया गया
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'अब होगा गृह युद्ध जिहादी देश में, इस्लामाबाद में इमरान खान के सपोर्ट वालों की भीड़ की ताजा वीडियो देखो पाकिस्तान की फौज के खिलाफ ऐसा माहौल पहले कभी नही बना । आपस में ही लड़ मरेंगे ये जिहादी। जय सनातन.'
फ़ेसबुक पर अन्य यूज़र्स ने भी इस वीडियो को इसी दावे से शेयर किया है जिसे यहाँ और यहाँ देखा जा सकता है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो से स्क्रीनग्रैब निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो 27 फ़रवरी 2023 का एक ट्वीट मिला जिसमें हूबहू यही वीडियो मिला.
ट्वीट के रिप्लाई में यूज़र्स मेक्सिको के सन्दर्भ में बात कर रहे हैं. लम्बे समय तक स्पेन की कॉलोनी रहने के कारण मेक्सिको में बड़ी संख्या में लोग आज भी स्पेनिश बोलते हैं.
उपरोक्त ट्वीट और सम्बंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर 27 फ़रवरी 2023 की बीबीसी की रिपोर्ट मिली जिसके अनुसार, मेक्सिको के कई शहरों में सरकार द्वारा किये गए 'चुनावी सुधारों' के विरोध में लोग जमा हुए. आयोजकों के अनुसार, राजधानी मेक्सिको सिटी के ऐतिहासिक ज़ोकलो स्क्वायर में पांच लाख से अधिक लोग जमा हुए.
मेक्सिको में सांसदों ने पिछले हफ्ते नेशनल इलेक्टोरल इंस्टीट्यूट (आईएनई) के बजट को कम करने और इसके स्टाफ में कटौती करने के लिए मतदान किया था. विपक्षी दलों ने इस कदम को लोकतंत्र पर हमला बताया और सुप्रीम कोर्ट से इसे असंवैधानिक बताते हुए पलटने की अपील की है. इसके बाद से ही इस कदम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
लोपेज़ ओब्रेडोर पिछले दो चुनाव हरने के बाद जुलाई 2018 में मेक्सिको के राष्ट्रपति चुने गए. नेशनल इलेक्टोरल इंस्टीट्यूट देश में चुनावों की देखरेख करता है और राष्ट्रपति लोपेज़ ओब्रेडोर इसके कामकाज के लम्बे समय से आलोचक रहे हैं.
वायरल वीडियो में नज़र आ रही इमारतें और मैदान के बीच में दिख रहा खम्बा इस तस्वीर में भी देखा जा सकता है.
इसके बाद हमने गूगल मैप की मदद से वायरल वीडियो में दिख रही दुकानों को खोजा. 'सैटलाइट व्यू' की मदद से मैदान के बीच में लगा खम्बा और और आसपास की इमारतों को हूबहू देखा जा सकता है.
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