भारत के राष्ट्रपति के नाम से ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप के फ़ाइनल मैच को दोबारा कराए जाने का झूठा दावा वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि ये दावा पूरी तरह फ़र्ज़ी है. राष्ट्रपति मुर्मु ने मैच को लेकर कुछ भी नहीं कहा है और न ही ये फ़ाइनल मैच दोबारा हो रहा है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में अंपायर ने बेईमानी की थी. इस बेईमानी के कारण भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने दोबारा मैच कराए जाने का ऐलान किया है. जिस पर आईसीसी ने 25 नवंबर तक दोबारा मैच कराने का निर्णय लेने की बात कही है. सोशल मीडिया यूज़र्स इन दावों को सच मानकर ये वीडियो शेयर कर रहे हैं.
ग़ौरतलब है कि 19 नवंबर 2023 को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पुरुष क्रिकेट विश्व कप 2023 का फाइनल मैच हुआ, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हरा दिया. इसी संदर्भ से जोड़कर ये वीडियो वायरल किया जा रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो में किया जा रहा दावा पूरी तरह फ़र्ज़ी है. किसी भी खिलाड़ी ने मैच में बेईमानी को लेकर कोई भी शिकायत नहीं की है. राष्ट्रपति मुर्मु ने भी मैच को लेकर कुछ भी नहीं कहा है. और न ही भारत आस्ट्रेलिया के बीच ये फ़ाइनल मैच दोबारा हो रहा है.
शेयर किए वीडियो के थम्बनेल(इमेज) में लिखा है कि "फ़ाइनल में बेईमानी के सबूत निकले सच्चे तो राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने किया दोबारा मैच कराने का ऐलान." वीडियो के वॉइस-ओवर में कहा जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया के कप्तान और अंपायर ने मिलकर बेईमानी की है, जिसको लेकर भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने भी बात उठाई है. वीडियो में आगे कहा गया कि आईसीसी ने 25 नवंबर तक दोबारा मैच कराने का निर्णय लेने की बात कही है.
फे़सबुक पर भारतीय सेना नाम के एक पेज ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “ FINAL में बेईमानी के सबूत निकले सच्चे तो राष्ट्रपति Droupadi Murmu ने किया दोबारा मैच कराने का ऐलान.
कई अन्य यूज़र्स ने भी ये वीडियो शेयर किया है.
R.S न्यूज़ नाम के एक यूट्यूब चैनल ने ये वीडियो 21 नवंबर 2023 को “FINAL में बेईमानी के सबूत निकले सच्चे तो राष्ट्रपति Droupadi Murmu ने किया दोबारा मैच कराने का ऐलान” शीर्षक के साथ अपलोड किया था.
कई अन्य यूट्यूब चैनल (Cric Wallah, Cric7 Videos ) ने भी ये वीडियो शेयर किया है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो में किया जा रहा दावा पूरी तरह फ़र्ज़ी है. किसी भी खिलाड़ी ने मैच में बेईमानी को लेकर कोई भी शिकायत नहीं की है. राष्ट्रपति मुर्मु ने भी मैच को लेकर कुछ भी नहीं कहा है. और न ही भारत आस्ट्रेलिया के बीच ये फ़ाइनल मैच दोबारा हो रहा है.
वायरल वीडियो में तीन मुख्य दावे किए गए हैं कि पहला, ऑस्ट्रेलिया के कप्तान और अंपायर ने मिलकर बेईमानी की है. दूसरा, इस बेईमानी को लेकर भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने दोबारा मैच कराने की बात कही. और तीसरा, आईसीसी ने 25 नवंबर तक दोबारा मैच कराने का निर्णय लेने की बात कही है. हमने तीनों दावों को चेक किया है.
पहला दावा - ऑस्ट्रेलिया के कप्तान और अंपायर ने मिलकर बेईमानी की है.
हमने दावे से सम्बंधित न्यूज़ रिपोर्ट सर्च कीं, जो इस दावे से जुड़ी हों लेकिन हमें ऐसी कोई भी राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें भारतीय खिलाड़ियों ने अंपायर रिचर्ड कैटलबोरो या आस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान पैट कमिंस पर किसी भी तरह के आरोप लगाए हों या उनकी शिकायत की हो. अगर ऐसा होता, तो इस पर न्यूज़ रिपोर्ट ज़रूर होतीं.
फ़ाइनल मैच में फील्ड अंपायर की भूमिका निभा रहे इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर रिचर्ड कैटलबोरो को लेकर भी ऐसी न्यूज़ नहीं प्रकाशित हुई है. बल्कि टाइम्स ऑफ इण्डिया की एक रिपोर्ट के अनुसार इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर माइकल वॉन ने उनके प्रदर्शन की प्रसंशा करते हुए कहा कि "उन्हें स्टार ऑफ द मैच कहा जाना चाहिए."
दूसरा दावा - बेईमानी को लेकर भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने दोबारा मैच कराने की बात कही.
हमें इस पर भी ऐसी कोई न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु द्वारा दोबारा मैच करने की बात कही गई हो. न ही राष्ट्रपति के अधिकारिक वेबसाइट पर ऐसी कोई विज्ञप्ति जारी की गई है.
वास्तविकता में मैच को आयोजित कराने वाली यह संस्था आईसीसी एक अंतराष्ट्रीय निकाय है, जो अपने बोर्ड के नियमों से प्रशासित होती है. भारत की राष्ट्रपति की उसमें कोई भूमिका नहीं होती.
तीसरा दावा - आईसीसी ने 25 नवंबर तक दोबारा मैच कराने का निर्णय लेने की बात कही है.
इसके अलावा इस दावे "आईसीसी ने 25 नवंबर तक दोबारा मैच कराने का निर्णय लेने की बात कही है" को लेकर भी हमने न्यूज़ रिपोर्टं सर्च कीं. हमें ऐसी न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें मैच को किसी भी तरह दोबारा कराए जाने को लेकर निर्णय लेने की बात कही गई हो.
हमने क्रिकेट विश्व कप को आयोजित कराने वाली संंस्था आईसीसी की अधिकारिक वेबसाइट को देखा. उसमें भी ऐसा कोई भी अपडेट नहीं दिया गया है, जो इस दावे की पुष्टि करता हो. आईसीसी की वेबसाइट पर विश्व कप फाइनल में जीत के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान पैट कमिंस की रणनीति पर भारतीय स्पिनर आर अश्विन का एक विश्लेषण लेख भी प्रकाशित किया गया है.
इसके अलावा हमने आईसीसी के अधिकारिक X अंकाउट को भी देखा. वहां भी हमें ऐसी कोई पोस्ट नहीं मिली जो इस वायरल दावे की पुष्टि करती हो.
हमने अपनी जांच में पाया कि ये तीनों दावे पूरी तरह फ़र्ज़ी और मनगढंत हैं.