वीडियो में 'लव जिहाद' को लेकर भड़काऊ दावे कर रही महिला आईपीएस अधिकारी नहीं है
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो में मौजूद महिला कोई आईपीएस अधिकारी नहीं हिंदूवादी कार्यकर्ता काजल हिंदूस्तानी उर्फ़ काजल शिंगला है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला कथित ‘लव जिहाद’ को लेकर भड़काऊ बातें कहती नज़र आ रही है. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि “यह गुजरात की महिला आईपीएस अधिकारी काजल शिंगला है जो हिंदू लड़कियों को लव जिहाद से बचने के लिए कह रही हैं”.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो में मौजूद महिला कोई आईपीएस अधिकारी नहीं बल्कि हिंदूवादी कार्यकर्ता काजल हिंदूस्तानी उर्फ़ काजल शिंगला है. गुजरात पुलिस ने इसी साल अप्रैल महीने में काजल शिंगला को भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ़्तार भी किया था.
वायरल वीडियो करीब 6 मिनट 10 सेकेंड का है. वीडियो में महिला कथित 'लव जिहाद' के बारें कई दावे करती नज़र आ रही हैं. इस दौरान वह यह भी कहती हुई नज़र आ रही हैं कि हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने के लिए मदरसे से पैसे मिलते हैं. इसके अलावा महिला कई अन्य दावे भी करती नज़र आ रही हैं.
वीडियो को फ़ेसबुक पर लंबे कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, जिसमें लिखा हुआ है “ये गुजरात की आईपीएस महिला अधिकारी काजल सिंघाला है और लव जिहाद की बखिया उधेड़ कर लड़कियों को आगाह कर रही है। हिन्दू धर्म के लोगों को आगह करना चाहता हूं। अपने परिवार की लड़कियों को तुरंत यह विडियो भेज दो। किसी भी शहर में पढाई करती है या नोकरी करती हो”.
बूम को यह वीडियो अपने टिपलाइन नंबर 7700906111 पर भी प्राप्त हुई है.
वायरल वीडियो से जुड़े अन्य फ़ेसबुक पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा और सुना. तो हमने पाया कि वह महिला वीडियो के अंत में “officialkajalshingala” पर मैसेज करने के लिए कहती है.
इसलिए हमने इस हैंडल को फ़ेसबुक पर खंगाला तो हमें काजल शिंगला नाम का वेरीफाईड अकाउंट मिला. इस अकाउंट पर दी गई जानकारी में काजल शिंगला ने ख़ुद को उद्यमी और सोशल एक्टिविस्ट बताया था. इसके अलावा उन्होंने अपना दूसरा नाम काजल हिंदुस्तानी भी बताया था. फ़ेसबुक पर ही उन्होंने अपने इंस्टाग्राम सहित अन्य सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी जानकारी दी थी.
इसके बाद हमने काजल शिंगला के इंस्टाग्राम अकाउंट को खंगाला तो पाया कि उन्होंने यहां भी ख़ुद को सोशल एक्टिविस्ट ही बताया था. उन्होंने कहीं भी ख़ुद को आईपीएस अधिकारी या पूर्व आईपीएस अधिकारी नहीं बताया था.
इसी दौरान हमें उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर वायरल वीडियो भी मिला, जिसमें उन्होंने कथित ‘लव जिहाद’ को लेकर अनेक दावे किए थे. यह वीडियो उन्होंने अपने अकाउंट से 24 जून 2021 को अपलोड किया था.
चूंकि यह वीडियो काजल शिंगला ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से 24 जून 2021 को अपलोड किया था, इसलिए हमने इसी तारीख़ पर उनके फ़ेसबुक अकाउंट को खंगाला. हमने पाया कि काजल शिंगला ने 24 जून 2021 को फ़ेसबुक पर भी यह वीडियो अपलोड किया था.
जांच में हमें उनका आधिकारिक ट्विटर अकाउंट भी मिला. ट्विटर अकाउंट पर मौजूद बायो में भी उन्होंने ख़ुद को उद्यमी, रिसर्च एनालिस्ट, सोशल एक्टिविस्ट ही बताया था. इस दौरान उन्होंने कही भी आईपीएस या पुलिस सेवा में होने का जिक्र नहीं किया था.
इस दौरान हमने फ़ेसबुक पर मौजूद काजल शिंगला की अन्य तस्वीरों से वायरल वीडियो का मिलान किया तो हमने पाया कि वीडियो में दिख रही महिला काजल शिंगला उर्फ़ काजल हिंदुस्तानी ही है.
इस दौरान हमने काजल शिंगला के बारें में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए न्यूज़ रिपोर्ट्स खंगाली तो हमें इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर 6 अप्रैल 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. यह रिपोर्ट काजल के द्वारा गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में दिए गए भड़काऊ भाषण के बाद भड़की हिंसा को लेकर थी. पुलिस ने नफ़रती भाषण के मामले में 2 अप्रैल 2023 को काजल हिंदुस्तानी के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया था. हालांकि बाद में काजल ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, काजल हिंदुस्तानी मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली है. पहले उनका नाम काजल त्रिवेदी थी. लेकिन जामनगर के व्यापारी ज्वलंत शिंगला से शादी के बाद उन्होंने अपना नाम काजल शिंगला रख लिया. साल 2015-16 से वह सोशल मीडिया पर काफ़ी सक्रिय रहने लगीं और अपने विचार रखने लगीं. इसकी वजह से विश्व हिंदू परिषद उन्हें अपने कार्यक्रमों में भी आमंत्रित करने लगा.
आगे रिपोर्ट में बताया गया था कि सोशल मीडिया पर लाखों लोग काजल हिंदुस्तानी को फॉलो करते हैं. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी काजल हिंदुस्तानी को फॉलो करते हैं. अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स के जरिए वह मुस्लिम और ईसाई धर्म के ख़िलाफ़ विवादित बयान देती रहती हैं. कर्नाटक के उडुपी में भी साल 2022 में नफरती भाषण देने को लेकर काजल शिंगला उर्फ़ काजल हिंदुस्तानी के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया था.
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