क्या ए के एंटनी ने सरकारी पैसे से पत्नी की पेंटिंग 28 करोड़ में ख़रीदी थी? फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि एलिजाबेथ एंटनी ने साल 2012 में अपने फ़ेसबुक पोस्ट के जरिए यह बताया था कि तस्वीर में मौजूद पेंटिंग एक आर्ट कलेक्टर को 95 हज़ार रुपए में बेची गई थी.
सोशल मीडिया पर पूर्व रक्षा मंत्री व दिग्गज कांग्रेसी नेता ए के एंटनी की पत्नी एलिजाबेथ एंटनी की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वे एक पेंटिंग के साथ खड़ी हैं. वायरल तस्वीर के साथ यह दावा किया जा रहा है कि “ए के एंटनी ने रक्षा मंत्री रहते सरकारी पैसे से 28 करोड़ में अपनी पत्नी एलिजाबेथ एंटनी की यह पेंटिंग ख़रीदी थी”.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा पूरी तरह से फ़र्ज़ी है. एलिजाबेथ एंटनी ने साल 2012 में अपने फ़ेसबुक पोस्ट के जरिए यह बताया था कि तस्वीर में मौजूद पेंटिंग एक आर्ट कलेक्टर को 95 हज़ार रुपए में बेची गई थी. साथ ही उन्होंने यह भी बताया था कि उक्त एग्जीबिशन में लगी पेंटिंग्स से सिर्फ़ 16 लाख रुपए इक्कठा हुए थे.
फ़ेसबुक पर वायरल तस्वीर को एक ख़ास कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, जिसमें लिखा हुआ है “भूतपूर्व रक्षा मंत्री, कांग्रेसी ए के एंटोनी ने सरकारी पैसे से एक पेन्टिंग खरीदी थी वह भी 28 करोड़ रूपये में, यह भी जान लीजिये कि यह पेन्टिंग उनकी ही घरवाली एलिज़ाबेथ एंटोनी ने ही बनाई थी, इस निर्लज्ज रक्षामंत्री ने सेना के लिए हथियार की खरीदी के समय हाथ खड़े कर दिए थे। ऐसे असंख्य लूटेरे जंतु कांग्रेस गिरोह मे ही पाये जाते है फिर भी देश के कुछ मूर्ख लोग कांग्रेस को जिंदा रखे हुवे है”.
यह तस्वीर हमें हमारे व्हाट्सएप टिपलाइन नंबर 7700906588 पर भी प्राप्त हुई.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने साल 2018 में भी इस तस्वीर के साथ किए जा रहे दावे की पड़ताल की थी, तब इंडिया टुडे और मेल टुडे ने अपनी रिपोर्ट्स में यह दावा किया था कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ने एलिजाबेथ एंटनी से 28 करोड़ रुपए में पेंटिंग्स ख़रीदी थी. दोनों ही रिपोर्ट में वायरल तस्वीर मौजूद थी.
तब हमने एलिज़ाबेथ एंटनी से भी संपर्क किया था. उन्होंने बूम को बताया था कि, “जब यह अफ़वाह उड़नी शुरू हुई थी तब मेरी टीम के एक सदस्य ने इससे संबंधित आरटीआई दायर की थी. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ने आरटीआई का जवाब भी दिया था, जिसमें पेंटिंग की कीमतों का भी जिक्र किया गया था”.
इस दौरान हमें एलिजाबेथ एंटनी के फ़ेसबुक पेज पर 15 अगस्त 2016 को अपलोड किया गया आरटीआई का जवाब भी मिला था. यह आरटीआई उनकी टीम के सदस्य व सुप्रीम कोर्ट के वकील एम एस विष्णु शेखर ने दायर की थी. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ने आरटीआई के जवाब में सारी जानकारी दी थी, जैसे उन्होंने कितनी पेंटिंग ख़रीदी है और किस मूल्य में ख़रीदी है. साथ ही जवाब में इस बात का भी उल्लेख किया गया था कि पेंटिंग के मूल्य का भुगतान किस तरीके से किया गया है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ने साफ़ किया था था कि उन्होंने पेंटिंग्स 2.50 लाख रुपए में ख़रीदी है.
अपनी जांच में हमें एलिजाबेथ एंटनी के फ़ेसबुक पेज पर वायरल तस्वीर को लेकर दिया गया उनका स्पष्टीकरण भी मिला था, जिसमें उन्होंने साफ़ किया कि सारी पेंटिंग्स से कुल 16 लाख रुपए इक्कठा हुए थे और वायरल पेंटिंग क़रीब 95,000 रुपए में बेची गई थी.
19 जून 2012 को फ़ेसबुक ज़ारी किया गया यह स्पष्टीकरण अंग्रेज़ी में है. इसका हिंदी अनुवाद है, “2 से 5 दिसंबर 2011 तक आयोजित एक आर्ट एग्जीबिशन के बारे में इंटरनेट पर फैली कुछ अफवाहों को देखने के बाद मैं यह पोस्ट कर रही हूं. सवालों के घेरे में मौजूद यह प्रदर्शनी इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित की गई थी और इसमें कुल 24 कला प्रदर्शनी थीं. इन पेंटिंग्स से क़रीब 16 लाख रुपए इक्कठा हुए थे".
आगे उन्होंने लिखा, “ समाचारों और सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही वह पेंटिंग एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया नहीं बल्कि एक आर्ट कलेक्टर को क़रीब 95,000 रुपए में बेची गई थी. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ने कुल 4 पेंटिंग 2.5 लाख रुपए में ख़रीदी थी. नवूथन चैरिटेबल फाउंडेशन ने हमारे सभी वित्तीय लेनदेन के सभी रिकॉर्ड और बिलों को रखा है और इस आय का उपयोग पूरी तरह से कैंसर के कारण के लिए किया जाता है”.
नवूथन चैरिटेबल फाउंडेशन एक एनजीओ है, जो सामजिक मुद्दों खासकर महिलाओं सशक्तिकरण पर जोर देती है. पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी की पत्नी एलिजाबेथ एंटनी इस संस्था की अध्यक्ष हैं और वहीं उनके दोनों बेटे अजित और अनिल एंटनी उपाध्यक्ष हैं. बीते दिनों अनिल एंटनी ने बीजेपी ज्वाइन कर ली. इससे पूर्व वे केरल कांग्रेस की डिजिटल मीडिया सेल में थे. लेकिन उन्होंने जनवरी में इस्तीफ़ा दे दिया था.