एस. जयशंकर द्वारा अमेरिकी सांसदों से मीटिंग रद्द करने की पुरानी ख़बर हालिया बताकर वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिसम्बर 2019 में अमेरिकी सांसदों से मुलाकात रद्द की थी.
सोशल मीडिया पर विदेश मंत्री एस जयशंकर से जोड़कर एक दावा वायरल है जिसमें कहा जा रहा है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी सांसदों के एक समूह से मुलाकात रद्द कर दी है. इसका कारण बताते हुए कहा जा रहा है कि उस समूह में ‘भारत- विरोधी विचार’ रखने वाली सांसद प्रमिला जयपाल शामिल थीं. विदेश मंत्री एस जयशंकर को इसपर आपत्ति थी लेकिन अमेरिका ने महिला सांसद को समूह से बाहर नहीं किया जिसके बाद विदेश मंत्री ने मुलाकात ही रद्द कर दी.
सोशल मीडिया यूज़र्स विदेश मंत्री एस जयशंकर के इस फैसले की तारीफ करते हुए इस दावे को शेयर कर रहे हैं.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त तीन दिवसीय अमेरिका के दौरे पर हैं. जहां वह विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे जिसमें अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को सम्बोधित करना भी शामिल है. कई अमरीकी डेमोक्रेट सांसदों ने भारत में मानवाधिकार और अल्पसंख्यकों की स्थिति चिंताजनक बताते हुए पीएम मोदी के इस सम्बोधन का बहिष्कार करने का एलान किया है. भारतीय मूल की सांसद प्रमिला जयपाल सहित अनेक सांसदों ने भारत में मानवाधिकार और लोकतंत्र के गिरते स्तर को लेकर राष्ट्रपति जो बिडेन को पत्र लिखा कि वह प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान इन विषयों को अवश्य उठायें.
इस सन्दर्भ में विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा अमेरिकी समूह से मुलाकात रद्द करने का दावा किया जा रहा है क्योंकि उसमें सांसद प्रमिला जयपाल भी शामिल थीं.
न्यूज़ रेविटिंग (News Reviting) नाम की वेबसाइट ने 22 जून 2023 के लेख में विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा भारत की आलोचना करने वाले अमेरिकी सांसदों से मुलाकात रद्द करने के दावे से खबर चलाई. मुख्यता इसी लेख को अधिकांश सोशल मीडिया यूज़र ने स्रोत मानते हुए वायरल दावे को शेयर किया है. (आर्काइव लिंक)
ट्विटर पर अनेक यूज़र्स ने इस दावे को शेयर किया है. बीजेपी से जुड़े वकील आशुतोष दुबे ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिकी सांसद प्रेमिला जयपाल की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, 'ब्रेकिंग: एस जयशंकर ने अमेरिकी सांसदों के एक समूह के साथ अपनी बैठक रद्द कर दी, क्योंकि उन्होंने भारत विरोधी सांसद सदस्य प्रमिला जयपाल को उनसे मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल से बाहर करने से इनकार कर दिया था।' (आर्काइव लिंक)
फ़ेसबुक पर भी अनेक यूज़र्स ने इस दावे को शेयर किया है जिसे यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले सम्बंधित कीवर्ड्स से गूगल पर सर्च किया तो विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा अमेरिकी सांसदों के समूह से मुलाकात रद्द करने के सन्दर्भ में हालिया कोई न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिली. इसके बाद हमने विदेश मंत्रालय की वेबसाइट और ट्विटर हैंडल भी खंगाले लेकिन वहां भी वायरल दावे से सम्बंधित कोई खबर नहीं थी.
और अधिक सर्च करने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा अमेरिकी सांसदों के समूह से मुलाकात रद्द करने को लेकर दिसंबर 2019 की अनेक मीडिया रिपोर्ट्स सामने आयीं. 20 दिसंबर 2019 की इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमरीकी सांसदों द्वारा कश्मीर मुद्दे पर भारत की आलोचना करने के कारण उनसे होने वाली मुलाक़ात को रद्द कर दिया.
सांसदों के इस समूह में भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद प्रेमिला जयपाल भी थीं. 8 दिसंबर 2019 की इंडिया टुडे की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, प्रेमिला जयपाल ने अमेरिकी कांग्रेस (संसद का एक सदन) में कश्मीर को लेकर प्रस्ताव पेश किया था जिसमें भारत सरकार से कश्मीर में लगायी गई पाबंदियों को हटाने का अनुरोध किया गया था. दरअसल, 5 अगस्त 2019 को भारत सरकार ने आर्टिकल 370, जिसके तहत कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा दिया गया था, समाप्त कर दिया. इसके चलते राज्य भर में कई तरह की पाबंदियां लगायी गयी थी.
मुलाकात रद्द करने को लेकर प्रेमिला जयपाल के सन्दर्भ में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 20 दिसंबर 2019 को न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बयान देते हुए कहा था कि, "मुझे नहीं लगता कि यह (रिपोर्ट) जम्मू-कश्मीर की स्थिति की सही समझ है या भारत सरकार जो कर रही है उसका निष्पक्ष वर्णन है. मुझे उनसे मिलने में कोई दिलचस्पी नहीं है."
11 अगस्त 2020 की हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्री द्वारा मुलाकात रद्द करने पर अमेरिकी सांसद प्रेमिला जयपाल ने कहा था कि, 'मुलाकात रद्द कर भारत ने अपनी बात रखने का एक मौका गँवा दिया'.
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