PM मोदी और वैश्विक नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन का वीडियो अमेरिका का नहीं है
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो नवंबर 2021 में स्कॉटलैंड के ग्लासगो में पर्यावरण संगठन की ओर से हुए एक विरोध प्रदर्शन का है.

Claim
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, इसमें कुछ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनिया के कई प्रमुख नेताओं के मुखौटे और हथकड़ी पहनकर प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि अमेरिका में इन नेताओं को तानाशाह बताते हुए उनके खिलाफ यह प्रदर्शन किया गया.
फेसबुक पर एक यूजर ने इस वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा, ‘अमेरिका में स्वघोषित विश्वगुरु का डंका ऐसे बजता है. ऐसा आज तक भारत के किसी भी प्रधानमंत्री के साथ नहीं हुआ जैसा अमेरिका की सड़कों पर साहेब, ट्रंप और उनकी तानाशाह मित्र मंडली को हथकड़ी लगा कर घुमाया गया हो. यह असली लोकतंत्र हैं, क्युकी ऐसा करने पर ट्रंप ने अमेरिकी जनता पर UAPA, देशद्रोह का केस दर्ज कर किसी को जेल में नहीं.’
FactCheck
बूम को वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर ब्राजीलिआई न्यूज आउटलेट 'Folha de S.Paulo' पर 2021 का एक आर्टिकल मिला.
रिपोर्ट में बताया गया कि 5 नवंबर 2021 को स्कॉटलैंड के ग्लासगो में स्वीडिश कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के 'फ्राइडेज फॉर फ्यूचर' और कई अन्य संगठनों ने जलवायु संकट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. इसी दौरान पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रमुख देशों के नेताओं के मास्क लगाकर उन्हें 'क्लाइमेट क्रिमिनल' के रूप में दिखाया था.
रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी सहित कई वैश्विक नेताओं के खिलाफ उनके मुखौटे पहनकर उन्हें हथकड़ी लगाए हुए दिखाया गया. जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ग्लासगो में 31 अक्टूबर से 12 नवंबर 2021 तक यूएन का 26वां जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP26) का आयोजन हुआ था.
अन्य ब्राजीलियाई न्यूज आउटलेट 'रेविस्टा सेनेरियम' पर इस भी वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम के साथ इस खबर को देखा जा सकता है. बूम ने इससे पहले भी मार्च 2024 में इस वीडियो का फैक्ट चेक किया. पूरी रिपोर्ट यहां नीचे पढ़ें-