क्रिकेटर रचिन रविंद्र के पाकिस्तान में आईफोन चोरी होने का दावा गलत है
बूम को न्यूजीलेंड क्रिकेट टीम के मीडिया मैनेजर विली निकोल्स ने बताया कि रचिन रविंद्र के आईफोन चोरी हो जाने का दावा गलत है.



न्यूजीलैंड के क्रिकेटर रचिन रविंद्र पाकिस्तान में 8 फरवरी 2025 को त्रिकोणीय सीरीज के एक मैच के दौरान चोटिल हो गए थे. सोशल मीडिया पर यूजर्स दावा कर रहे हैं चोट लगने के बाद रचिन को लाहौर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहां उनका आईफोन चोरी हो गया.
बूम ने पाया कि यह दावा गलत है. बूम को न्यूजीलेंड क्रिकेट टीम के मीडिया मैनेजर विली निकोल्स ने बताया कि रचिन अस्पताल में भर्ती नहीं हुए थे और उनके फोन चोरी होने की बात भी गलत है.
फेसबुक पर एक यूजर ने रविंद्र रचिन की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'रचिन रविंद्र का आईफोन लाहौर के अस्पताल से चोरी हो गया जहां उन्हें घायल होने के बाद भर्ती कराया गया था. [पीकेटी न्यूज].'
अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे थ्रेड्स पर भी यही दावा वायरल है.
फैक्ट चेक
बूम ने इस दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले मीडिया रिपोर्ट चेक कीं लेकिन हमें दावे की पुष्टि करने वाली कोई भी विश्वनीय न्यूज रिपोर्ट मिलीं.
सोशल मीडिया पर वायरल दावे में 'पीकेटी न्यूज' नाम के एक मीडिया आउटलेट का जिक्र था. हमने इसकी पड़ताल की तो पाया कि पाकिस्तान में इस नाम का कोई आधिकारिक मीडिया आउटलेट नहीं हैं. इस नाम से मिलते-जुलते जैसे 'न्यूज पाकिस्तान टीवी और 'पाकिस्तान टुडे' हैं, जो देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खबरें कवर करते हैं. वहीं भारत में ‘पीटीसी न्यूज’ नाम का एक प्रमुख पंजाबी न्यूज चैनल भी है.
हमने आगे पड़ताल की तो पाया कि यह गलत दावा सबसे पहले mufaddla parody नाम के एक एक्स अकाउंट से 17 फरवरी 2025 को किया गया था.
यह पैरोडी अकाउंट फेमस क्रिकेट विश्लेषक मुफद्दल वोहरा के नाम से बना एक फेक अकाउंट है. इस अकाउंट ने अपने बायो में भी इसका जिक्र किया है.
पैरोडी अकाउंट हास्य, व्यंग्य या मनोरंजन के उद्देश्य से बनाए गए नकली अकाउंंट होते हैं जो किसी प्रसिद्ध व्यक्ति, ब्रांड या संगठन के नाम पर बनाए जाते हैं.
बूम ने इससे पहले भी मुफद्दल वोहरा के नाम से बने एक अन्य फेक पैरोडी अकाउंट से किए गए फर्जी दावे का फैक्ट चेक किया है.
न्यूजीलेंड क्रिकेट टीम के मीडिया मैनेजर ने वायरल दावे को गलत बताया
अधिक स्पष्टिकरण के लिए हमने न्यूजीलेंड क्रिकेट टीम के मीडिया मैनेजर विली निकोल्स से भी संपर्क किया. उन्होंने बताया कि यह दावा गलत है.
विली निकोल्स ने बूम से कहा, “रचिन अस्पताल में भर्ती नहीं हुए थे. उनके फोन चोरी होने की बात भी गलत है.”