मेरठ में हिस्ट्रीशीटर अरशद की हत्या का वीडियो गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल
मेरठ एसपी सीटी आयुष विक्रम सिंह ने बूम को बताया कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था. इनके पहले से आपसी विवाद चल रहे थे.
सोशल मीडिया पर स्विंमिंग पुल में नहाते एक व्यक्ति की हत्या का सीसीटीवी फुटेज वायरल है. मेरठ में हुए इस मर्डर के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देते हुए मरने वाले को हिंदू और आरोपी को मुसलमान बताया जा रहा है.
बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. इसमें हमलावर और मृतक दोनों मुस्लिम हैं. यह घटना मेरठ के लोहिया नगर थाना क्षेत्र की है, जहां बीते 4 जून को स्विमिंग पूल में नहाने गए हिस्ट्रीशीटर अरशद की हत्या कर दी गई थी. मेरठ एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने भी बूम के साथ की गई बातचीत में घटना में सांप्रदायिक एंगल के दावे का खंडन करते हुए बताया कि यह इनकी आपसी रंजिश का मामला था.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी के हिस्से में 33 सीटें आई हैं. पिछले चुनाव में भाजपा की सीटों का यह आंकड़ा 62 था. वहीं समाजवादी पार्टी ने इसबार 37 सीटों पर जीत हासिल की है. इन्हीं नतीजों से जोड़कर इस वीडियो को शेयर किया जा रहा है.
फेसबुक पर इसे शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'हिंदुओं सावधान देखो कैसे कोल्ड ब्लडेड मर्डर किया गया साथ में खड़े-खड़े मुसलमानों ने हिंदू को मार दिया. UP के मेरठ के लोहियानगर इलाके में बच्चों के सामने उनके पिता की हत्या. स्विमिंग पूल के पास हुए विवाद में बाद हत्यारे ने कनपटी से सटाकर मारी गोली. मो० दाऊद, मो० बिलाल, मो० असलम और दानिश के खिलाफ मुकदमा दर्ज, फिलहाल सभी फरार. यूपी से रुझान आने लगे हैं..
वीडियो के नेचर की वजह से हम इसे स्टोरी में शामिल नहीं कर रहे हैं.
पोस्ट का आर्काइव लिकं.
वायरल वीडियो में न्यूज चैनल 'सुदर्शन न्यूज' का लोगो देखा जा सकता है. हमें 'सुदर्शन न्यूज यूपी' के आधिकारिक एक्स पर इसका मूल वीडियो मिला.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने घटना से संबंधित कुछ कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया. इसके जरिए हमें ऐसी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें मृतक का नाम अरशद बताया गया था.
5 जून 2024 की आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मेरठ में अपने बच्चों के साथ स्विमिंग पूल में नहाने गए अरशद की हत्या कर दी गई. असल में स्वीमिंग पूल के पास कुछ लोगों से उसकी बहस हो गई जिसके बाद उन्होंने उसे गोली मार दी. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मरने वाला युवक अरशद, हिस्ट्रीशीटर था और उस पर 18 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे.
5 जून की नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट में भी बताया गया कि मेरठ के लोहिया नगर थाना क्षेत्र में एक युवक अरशद की हत्या कर दी गई. अरशद अपने बच्चों के साथ स्विमिंग पुल में नहाने गया था तभी वहां आरोपी बिलाल और उसके साथी असलम, दानिश और दाऊद पहुंचे. वहां अरशद से बातचीत के बाद उनका विवाद हो गया. इस क्रम में बिलाल ने जेब से पिस्टल निकाल कर अरशद के सिर में गोली मार दी.
इस रिपोर्ट में अरशद के परिजनों के हवाले बताया गया है कि इनलोगों का आपस में एक कमेंट को लेकर पहले से विवाद चल रहा था. जिसकी वजह से अरशद को अकेला पाकर उनलोगों ने उसकी हत्या कर दी.
घटना के बाद इस सीसीटीवी फुटेज कि मदद से पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली थी और उनकी तलाश में जुटी थी. 6 जून की अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, एक आरोपी दानिश पहले गिरफ्तार किया जा चुका था. पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक और आरोपी बिलाल घायल हो गया. दोनों पक्षों में महीनों से यह रंजिश चली आ रही थी, आरोपी पक्ष ने पहले भी अरशद को मारने का एलान किया था. इन रिपोर्ट्स में वायरल वीडियो से मिलती-जुलती तस्वीरें देखी जा सकती हैं.
इस घटना के संबंध में मेरठ पुलिस की तरफ से उनके एक्स हैंडल पर एक नोट जारी किया गया है. इस नोट में भी मृतक का नाम अरशद बताया गया है. इससे सपष्ट है कि घटना के साथ किया जा रहा सांप्रदायिक दावा गलत है, इसमें आरोपी और मृतक दोनों ही मुस्लिम समुदाय से आते हैं.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
पुष्टि के लिए हमने मेरठ पुलिस से भी संपर्क किया. मेरठ एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बूम को बताया कि "घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था. दोनों ही अपराधी थे, उन्होंने पहले भी एक दूसरे पर मुकदमा करावाया हुआ था. आरोपी बिलाल ने कुछ दिनों पहले अरशद को जान से मारने की धमकी भी दी थी. यह घटना इनकी आपसी रंजिश की वजह से हुई."