एक व्यक्ति को चलती गाड़ी में लटकाते हुए ले जाने वाले वायरल वीडियो का सच क्या है?
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो स्क्रप्टिड है, जिसे फनी वीडियो बनाने वाले कॉमेडी प्रोसेसिंग यूनिट नाम के एक यूट्यूब चैनल ने बनाया था.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल है. वीडियो में एक कार चालक सिविक वॉलिंटियर की ड्रेस पहने एक व्यक्ति को लटकाए हुए ले जा रहा है. कार चालक का साथी सिविक वॉलिंटियर की ड्रेस पहने व्यक्ति को कॉलर पकड़ कर खींच रहा है.
दावा किया किया जा रहा है कि ट्रैफिक नियम तोड़ने पर सिविक वालंटियर कार की चाबी निकालने की कोशिश कर रहा था, जिससे गुस्साया हुआ कार चालक सिविक वालंटियर को कॉलर से खींचकर लटकाते हुए ले जा रहा है. गाड़ी से गिरने के डर से सिविक वॉलिंटियर कार चालक और उसके साथी से कार रोकने के लिए निवेदन भी कर रहा है लेकिन कार चालक और उसके साथी गाड़ी नहीं रोक रहे हैं. वीडियो में कार चालक, साथी और वह व्यक्ति हिंदी के बजाए कोई अन्य भाषा बोल रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो स्क्रप्टिड है, जिसे फनी वीडियो बनाने वाले कॉमेडी प्रोसेसिंग यूनिट नाम के एक यूट्यूब चैनल ने बनाया था.
फ़ेसबुक पर Gorkha Times News नाम के एक पेज ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा “कार की चाबी निकालना एक सिविक वॉलिंटियर को भारी पड़ा. इंटरनेट की दुनिया में वायरल हो रही ये वीडियो. अंत तक देखें, क्या हुआ, और ड्राइवर ने क्या सजा दिया?”
एक अन्य फ़ेसबुक ग्रुप पर भी इसी दावे के साथ वीडियो को शेयर किया है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो स्क्रप्टिड है, जिसे फनी वीडियो बनाने वाले कॉमेडी प्रोसेसिंग यूनिट नाम के एक यूट्यूब चैनल ने बनाया था. चलती कार में लटका सिविक वॉलिंटियर की ड्रेस पहने व्यक्ति 'सिविक वॉलिंटियर' नहीं, बल्कि उन्हीं वीडियो बनाने वाले लोगों का साथी है. गौरतलब है कि सिविक वालंटियर, पश्चिम बंगाल पुलिस का एक स्वयंसेवी बल है. सिविक वालंटियर्स को चुनाव, त्योहारों और आपदा प्रबंधन जैसे विभिन्न अवसरों पर ड्यूटी के लिए बुलाया जाता है. वीडियो में कार चालक, साथी और वह व्यक्ति बंगाली भाषा में बोल रहे हैं.
बूम ने वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले सम्बंधित की वर्ड्स सर्च की. हमें न्यूज़18 की बांग्ला वेबसाइट पर 24 सितंबर को प्रकाशित एक न्यूज़ आर्टिकल मिला. आर्टिकल में बताया गया है कि यह एक स्क्रप्टिड वीडियो है जिसे कॉमेडी प्रोसेसिंग यूनिट नाम के फे़सबुक पेज द्वारा पोस्ट किया गया था. इस फे़सबुक पेज ने कैटेगरी में खुद को मनोरंजन वेबसाइट के रूप में दर्शाया हुआ है.
हमें एक और बांग्ला न्यूज़ वेबसाइट Ei Samay पर 24 सितंबर 2023 को प्रकाशित न्यूज़ रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के अनुसार यह एक प्रैंक वीडियो था, जिसे कॉमेडी प्रोसेसिंग यूनिट नाम के चैनल द्वारा बनाया गया था. लेकिन कई अन्य फे़सबुक पेज और यूज़र्स ने इसे अस्वीकरण वाले बयान को हटा दिया. जिससे वीडियो वायरल हो गया. वीडियो वायरल हो जाने के बाद इस वीडियो को बनाने वालों ने एक पोस्ट के जरिए माफ़ी मांगी और वीडियो को डिलीट कर दिया . हांलाकि अब फे़सबुक पेज ने अपने माफ़ी वाले पोस्ट को भी हटा दिया है.
इसके अलावा हमें कॉमेडी प्रोसेसिंग यूनिट नाम के इस फे़सबुक पेज का यूट्यूब चैनल भी मिला, जिसमें ऐसे कई अन्य स्क्रिप्टड फनी वीडियो शेयर किए गए हैं.
नीचे दिए गए वीडियो में सिविक वालंटियर की भूमिका निभा रहे व्यक्ति को एक अलग भूमिका में देखा जा सकता है.
कॉमेडी प्रोसेसिंग यूनिट ने अपने फ़ेसबुक और यूट्यूब चैनल पर ऐसे कई स्क्रिप्टेड वीडियो प्रकाशित किए हैं. एक वीडियो में दिया गया डिसक्लेमर कहता है "यह वीडियो केवल मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया है. इस फिल्म में दिखाए गए सभी चरित्र और घटनाएं काल्पनिक हैं. किसी वास्तविक घटना से समानता होना, मात्र एक संयोग होगा. "