बंगाल में लड़की को चाकू मारने का वीडियो गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल
बूम को पश्चिम बंगाल पुलिस ने बताया कि उत्तर 24 परगना के जिले के बेलघरिया में हुई इस घटना में आरोपी और पीड़िता दोनों हिंदू हैं.
नोट- आर्टिकल में विचलित कर देने वाले कंटेट का विवरण है.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में खून से लथपथ एक लड़की सड़क पर बैठी दिख रही है. वीडियो में कुछ अन्य लोग एक लड़के के साथ मारपीट करते हुए दिख रहे हैं. यूजर्स इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए सांप्रदायिक दावा कर रहे हैं कि पश्चिम बंगाल में एक मुस्लिम लड़के ने एक हिंदू लड़की को चाकू मार दिया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि मुस्लिम लड़के द्वारा हिंदू लड़की को चाकू मारने का सांप्रदायिक दावा गलत है. आरोपी और पीड़ित दोनों एक ही समुदाय से हैं. यह घटना 5 सिंतबर 2024 की कोलकाता के बेलघरिया की है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'बस देखिए कैसे एक मुस्लिम लड़के ने दिनदहाड़े एक हिंदू लड़की को चाकू मार दिया. ममता राज में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं.
फेसबुक (आर्काइव लिंक) पर एक अन्य यूजर ने यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'देखिये कैसे एक मुस्लिम लड़के ने दिनदहाड़े एक हिंदू लड़की को चाकू मार दिया. ममता राज में हिंदू सुरक्षित नहीं. चौंकाने वाला.'
पोस्ट में आगे लिखा गया, 'पश्चिम बंगाल में स्थिति भयानक है. जल्द ही कोलकाता और पड़ोसी राज्यों के बाकी हिस्सों में भी फैल जाएगा, जहां बांग्लादेश/म्यांमार से घुसपैठ किए गए मुसलमानों को आधार/वोटर आईडी और राशन कार्ड++ के साथ बंगाल से बाहर धकेला जा रहा है, इसलिए अधिक देखने के लिए टीएमसी को वोट करते रहें.'
फैक्ट चेक : घटना के सांप्रदायिक होने का दावा गलत है
पश्चिम बंगाल में एक मुस्लिम लड़के द्वारा हिंदू लड़की को चाकू मारने का सांप्रदायिक दावा गलत है. आरोपी और पीड़िता दोनों एक ही समुदाय से हैं.
बूम ने पाया कि इंस्टाग्राम पर इस वीडियो पोस्ट के कॉमेंट सेक्शन में एक यूजर ने न्यूज वेबसाइट 'टाइम्स ऑफ इंडिया' के हवाले से बताया कि आरोपी का नाम अभिजीत दत्ता है.
हमने इससे संकेत लेकर गूगल पर संबंधित कीवर्ड सर्च से 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की यह न्यूज रिपोर्ट खोजी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की 5 सिंतबर 2024 की रिपोर्ट में इस घटना को लेकर बताया गया कि कोलकाता के बेलघरिया के प्रफुल्ल नगर में रहने वाले अभिजीत दत्ता नाम के युवक ने 4 सितंबर को बीच सड़क नौवीं कक्षा की एक छात्रा पर एक तेज धारदार हथियार से हमला कर दिया. लड़के ने उस 14 वर्षीय लड़की को कम से कम तीन बार चाकू मारा, जिससे उसके कंधे, गर्दन और सिर पर गंभीर चोटें आ गईं. लड़की को बचाने की कोशिश में उसकी मां भी घायल हो गई.
रिपोर्ट में बताया गया कि लड़की के परिवारजनों की शिकायत पर युवक के खिलाफ बेलघरिया थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. रिपोर्ट में वायरल वीडियो का एक स्क्रीनशॉट भी शामिल है.
इस रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से बताया गया कि यह हमला शाम 4 बजे के आसपास हुआ था. लड़की स्कूल से लौट रही थी. उसके साथ उसकी मां भी थी. तभी युवक उनके पास गया और उससे बात करने लगा, जिससे कहा-सुनी हो गई और लड़की ने उस लड़के को थप्पड़ मार दिया. इसके बाद अभिजीत मौके से चला गया लेकिन जल्दी ही एक तेज धारदार हथियार लेकर लौटा और लड़की पर हमला कर दिया.
कई अन्य मीडिया आउटलेट (द स्टेट्समैन, टेलीग्राफ) पर भी इस घटना की रिपोर्ट है. हालांकि टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अलावा अन्य रिपोर्ट में आरोपी के नाम का जिक्र नहीं है.
पुलिस ने सांप्रदायिक एंगल होने के दावे का खंडन किया
मामले पर अधिक स्पष्टिकरण के लिए बूम ने बेलघरिया पुलिस थाने से संपर्क किया. बूम को बेलघरिया पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज सुभ्रजीत मजूमदार ने बताया, "इस घटना में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है, आरोपी और पीड़ित दोनों एक ही समुदाय से हैं.'
(अनमोल अल्फॉन्सो के अतिरिक्त इनपुट के साथ)