प्रयागराज महाकुंभ में बम ब्लास्ट से आगे लगने का दावा गलत है
बूम ने पाया कि महाकुंभ मेला क्षेत्र में गीता प्रेस की रसोई में सिलेंडर लीक होने से आग लगने की यह घटना घटी थी.



प्रयागराज कुंभ मेले में 19 जनवरी को आग लगने की दुर्घटना का एक वीडियो इस गलत दावे से वायरल है कि मेले में बम ब्लास्ट हुआ था.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह वायरल दावा गलत है. मेला क्षेत्र में गीता प्रेस के पंडाल में गैस सिलेंडर लीक होने से आग लगने की यह घटना घटी थी.
वायरल वीडियो में कुंभ मेला क्षेत्र में आग लगने की दुर्घटना के दौरान वाले विजुअल्स हैं. इसके साथ ही वीडियो में एक टेक्स्ट भी दिया गया है. इसमें लिखा है, 'महाकुंभ में बम ब्लास्ट किया गया.'
फेसबुक पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'महाकुंभ मेला प्रयागराज में बम ब्लास्ट.'
कई अन्य यूजर (आर्काइव लिंक) ने भी इसी दावे से यह वीडियो शेयर किया है.
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए महाकुंभ क्षेत्र में आग लगने से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स देखीं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रयागराज में 19 जनवरी 2024 को शाम 4 बजे के आसपास कुंभ क्षेत्र के सेक्टर 19 में गैस सिलेंडर फटने से आग लग गई थी. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. आग लगने से मेला क्षेत्र के 250 से अधिक टेंट पंडाल इसकी चपेट में आ गए. हालांकि जल्दी ही एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम ने इस आग पर काबू पा लिया था.
न्यूज18 की रिपोर्ट में मामले की जांच रिपोर्ट के हवाले से बताया गया कि यह आग गीता प्रेस की रसोई में चाय बनाते वक्त सिलेंडर लीक होने से लगी थी. आग लगने की इस घटना में किसी भी तरह की कोई साजिश नहीं थी बल्कि एक हादसा थी.
किसी भी विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट में मेेला क्षेत्र में बम ब्लास्ट होने जैसी कोई खबर रिपोर्ट नहीं की गई. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में महाकुंभ मेला के चीफ फायर ऑफिसर प्रमोद शर्मा के हवाले से बताया गया था कि आग लगने के 10 मिनट के अंदर ही पुलिस के जवानों, फायर ब्रिगेड की टीम और NDRF-SDRF के 600 से ज्यादा जवान मौके पर पहुंच गए थे.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने 19 जनवरी 2024 को शाम 5 बजकर 11 बजे प्रयागराज के DM रविंद्र कुमार मंदर के हवाले से बताया, "गीता प्रेस के साथ 10 प्रयागवाल के टेंट में भी आग फैलने की सूचना मिली थी. अग्निशमन और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग को बुझा लिया गया. स्थिति सामान्य है, किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है."
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाकुंभ मेला क्षेत्र को फायर फ्री बनाने के लिए 350 से ज्यादा फायर ब्रिगेड, 2000 से ज्यादा ट्रेंड मैनपावर, 50 अग्निशमन केंद्र और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं. अखाड़ों और टेंट में फायर प्रोटेक्शन इक्विपमेंट लगाए गए हैं.