महाकुंभ के दौरान बिल गेट्स के वाराणसी पहुंचने का गलत दावा वायरल
बूम ने पाया कि एक आम विदेशी नागरिक की गलत पहचान की गई है. गेट्स फाउंडेशन के एक प्रतिनिधि ने बूम से पुष्टि की कि वीडियो में दिखाई दे रहे शख्स बिल गेट्स नहीं है.



उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू हुए महाकुंभ 2025 मेले में दुनिया के कोने-कोने से लोग पहुंच रहे हैं. इसी सिलसिले में एक विदेशी नागरिक का वीडियो बिल गेट्स के वाराणसी पहुंचने के गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स बिल गेट्स नहीं हैं. एक आम विदेशी नागरिक की बिल गेट्स के रूप में गलत पहचान की गई है.
पिछले दिनों एपल के संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स भी महाकुंभ में शामिल हुई थीं. इसी क्रम में बिल गेट्स के दावे से वीडियो वायरल है.
लाइफस्टाइल वेबसाइट पिंकविला ने अपने फेसबुक पेज पर #BillGates #KashiVishwanath #MahaKumbh के हैशटैग के साथ विदेशी शख्स के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'महाकुंभ के दौरान बिल गेट्स को काशी विश्वनाथ मंदिर में देखा गया, जिससे यह पवित्र आयोजन एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का हो गया है.'
डायनामाइट न्यूज नाम के एक यूट्यूब चैनल ने इसी वीडियो को शेयर करते हुए बताया कि दुनिया के सबसे अमीर आदमी बिल गेट्स भी महाकुंभ में शामिल होने आए हैं.
सोशल मीडिया पर भी कई यूजर्स ने इस वीडियो को शेयर करते हुए यही दावा किया कि बिल गेट्स बाबा काशी विश्वनाथ पहुंचे हैं.
दुनिया के सबसे अमीर आदमी बिल गेट्स पहुंचे बाबा काशी विश्वनाथ की दिव्य शरण में। 🕉🙏🏻 pic.twitter.com/ip2EDawDec
— सनातनी हिन्दू राकेश (मोदी का परिवार) (@Modified_Hindu9) January 14, 2025
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले मीडिया रिपोर्ट सर्च कीं. हमें हाल-फिलहाल की कोई ऐसी विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं, जिसमें यह दिखाया गया हो कि बिल गेट्स महाकुंभ में शामिल होने के लिए भारत या वाराणसी पहुंचे हैं.
इसके बाद हमने वायरल वीडियो की भी पड़ताल की. वायरल वीडियो को गूगल लेंस से रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें Gulluck नाम के एक यूट्यूब चैनल पर 24 दिसंबर 2024 को शेयर किया गया यह वीडियो मिला.
वीडियो में ही साफ-तौर पर यह बताया गया कि यह बिल गेट्स नहीं है बल्कि उनके जैसे दिखने वाला एक शख्स है. इस वीडियो का टाइटल 'A man look like bill gates' है. वीडियो के टाइटल में डुप्लीकेट बिल गेट्स का हैशटैग भी यूज किया गया है.
इसके साथ ही यूजर ने इसी शख्स का दूसरे एंगल से एक और वीडियो भी बनाया. इसमें भी उस शख्स को डुप्लीकेट बिल गेट्स बताते हुए यह दिखाया गया कि वह वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर जीवन का अंत देख रहे हैं.
इसके बाद हमने उस शख्स के चेहरे को जूम किया और उसकी तुलना बिल गेट्स की एक तस्वीर से भी की. तुलना करने पर दोनों में असमानताएं दिखाई दे रही हैं. स्पष्ट है कि एक आम विदेशी शख्स की बिल गेट्स के रूप में गलत पहचान की गई है.
बूम ने अधिक स्पष्टिकरण के लिए गेट्स फाउंडेशन से संपर्क किया. गेट्स फाउंडेशन के एक प्रतिनिधि ने बूम से पुष्टि की कि वीडियो में दिखाई दे रहे शख्स बिल गेट्स नहीं हैं.
(सृजित दास के अतिरिक्त इनपुट के साथ)