तबलीगी इज्तिमा से जुड़ा वीडियो बंगाल में हिंसा की तैयारी के सांप्रदायिक दावे से वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो मध्य प्रदेश के भोपाल में 29 नवंबर से 2 दिसंबर 2024 तक आयोजित आलमी तबलीगी इज्तिमा से जुड़ा है. वीडियो रिकॉर्ड करने वाले आबिद खान ने इसकी पुष्टि की.



पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के बाद ट्रक में यात्रा कर रहे समुदाय विशेष के लोगों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि समुदाय विशेष के लोग हिंसक घटनाओं को अंजाम देने की तैयारी कर रहे हैं. वीडियो के साथ अन्य समुदाय के लोगों को उकसाने का प्रयास भी किया जा रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो मध्य प्रदेश के भोपाल में 29 नवंबर से 2 दिसंबर 2024 तक आयोजित आलमी तबलीगी इज्तिमा से जुड़ा है. वीडियो रिकॉर्ड करने वाले आबिद खान ने बूम को बताया कि यह वीडियो इज्तिमा के समापन के बाद वापस लौट रही जमातों का है.
पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन कानून 2025 खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद जिले में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. जाफराबाद शहर में 12 अप्रैल को हिंसा के चलते पिता-पुत्र समेत तीन की मौत हो गई थी. फिलहाल हिंसाग्रस्त इलाके में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. वहीं मामले की जांच के लिए 9 सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है.
फेसबुक यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, 'वो तैयार हैं और आप ? एडवोकेट अश्विनी उपाध्याय जी ने अपने बहुत से वीडियो में यह बताया था कि बंगाल से हजारों की तादाद में रोहिंग्या और बांग्लादेशी जिहादियों को गाड़ियों में भर-भर कर देश के बहुत से हिस्सों में देश की डेमोग्राफी बिगाड़ने के लिए भेजा जा रहा है...'
एक्स पर भी यह वीडियो मिलते-जुलते दावे के साथ वायरल है.
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. सर्च के दौरान हमें 7 अप्रैल 2025 को यूट्यूब पर अपलोड किया गया मिलता-जुलता वीडियो दिखाई दिया. जिस पर @ABID.SHIEK.315 इंस्टाग्राम यूजरनेम का वाटरमार्क लगा हुआ था.
इसके बाद यूजरनेम की मदद से हम आबिद खान नामक यूजर के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पहुंचे. इस अकाउंट पर हमें 3 दिसंबर 2024 को अपलोड किया गया ओरिजिनल वीडियो मिला.
वीडियो के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने आबिद खान से संपर्क किया. बूम से बात करते हुए उन्होंने बताया कि वीडियो को उन्हीं के द्वारा शूट किया गया है.
आबिद ने जानकारी देते हुए बताया कि यह वीडियो भोपाल में 29 नवंबर से 2 दिसंबर 2024 तक आयोजित हुए धार्मिक समागम आलमी तब्लीगी इज्तिमा से जुड़ा है. इज्तिमा में देश भर से आने वाले लोगों को आयोजन स्थल पर पहुंचाने और आयोजन के बाद उनको गंतव्य नजदीकी रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी हमें सौंपी गई थी.
आगे वह कहते हैं, "यह दृश्य इज्तिमा में शामिल होने के बाद वापस लौट रहे लोगों का है. इज्तिमा में भारी संख्या में लोग पहुंचते हैं. लोगों को आयोजन स्थल से नजदीकी रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन तक पहुंचाने के लिए ट्रक एवं बसों का इस्तेमाल किया जाता है. इस वीडियो को यदि सांप्रदायिक हिंसा के दावे के साथ शेयर किया जा रहा है तो यह बहुत गलत है."
वायरल वीडियो को जूम करके देखने पर हमें शांति मेडिकल का बोर्ड दिखाई दिया. हमने संबंधित कीवर्ड्स के साथ गूगल मैप पर सर्च किया, जिससे हम भोपाल के मुख्य स्थल पर पहुंचे, जहां यह वीडियो रिकॉर्ड किया गया है, इसे स्ट्रीट व्यू में देखा जा सकता है.
एबीपी न्यूज की 2 दिसंबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी में 29 नवंबर-2 दिसंबर 2024 तक 4 दिवसीय आलमी तब्लीगी इज्तिमा का आयोजन हुआ था. इस इज्तिमा में 2,000 से अधिक जमातों ने हिस्सा लिया था. 2 दिसंबर को सामूहिक दुआ के साथ इसका समापन हुआ था.