प्रयागराज हिंसा के आरोपियों पर पुलिस एक्शन के दावे से असंबंधित वीडियो वायरल
बूम ने फैक्ट चेक के दौरान पाया कि दोनों वीडियो राजस्थान की अलग-अलग घटनाओं से संबंधित हैं.

सोशल मीडिया पर यूपी के प्रयागराज में हुए उपद्रव के आरोपियों से जोड़कर दो असंबंधित वीडियो वायरल हो रहे हैं. इन वीडियो के साथ दावा किया गया कि यूपी पुलिस प्रयागराज में हुई हिंसा या उपद्रव में शामिल भीम आर्मी समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि दोनों वीडियो राजस्थान की अलग-अलग घटनाओं से जुड़े हैं. पहला वीडियो श्रीगंगानगर के सदर थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने रंगदारी के आरोपियों को पकड़ा था. सदर थाना के एसएचओ ने भी बूम से बातचीत में दावे का खंडन किया है.
दूसरा वीडियो राजस्थान के बारां जिले का है, जहां पुलिस ने पेट्रोल पंप लूटने की योजना बनाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर जुलूस निकाला था.
यूपी के नगीना से सांसद और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर 29 जून को दलित उत्पीड़न के मामलों में पीड़ित परिवार से मिलने प्रयागराज पहुंचे थे, जहां पुलिस ने सर्किट हाउस में उन्हें रोक दिया. इससे नाराज कार्यकर्ता और समर्थक सड़कों पर उतर आए और करछना में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आईं. इस मामले में भीम आर्मी के पदाधिकारियों समेत 600 लोगों पर एफआईआर और करीब 85 लोगों की गिरफ्तारी हुई हैं.
क्या है वायरल दावा?
वीडियो एक: पहले वीडियो में पुलिस की मौजदूगी में कुछ युवक लंगड़ाकर चलते दिख रहे हैं. एक्स और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस वीडियो को शेयर करते हुए यूजर लिख रहे हैं कि 'प्रयागराज में चंद्रशेखर रावण के समर्थन में उपद्रव करने वालों का हाल देख लो... रावण समर्थकों की यूपी पुलिस रेल बना रही है.' (आर्काइव लिंक)
वीडियो दो: दूसरे वीडियो में पुलिस कथित आरोपियों के सिर मुड़वाकर परेड निकलवाती नजर आ रही है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स, फेसबुक पर इस वीडियो को शेयर करते हुए भी यूजर यही दावा कर रहे हैं कि यूपी पुलिस भीम आर्मी के समर्थकों को सबक सिखा रही है. (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला
जांच में हमने पाया की यूपी पुलिस के कार्रवाई के दावे से वायरल हो रहे दोनों वीडियो राजस्थान के हैं.
1. पहला वीडियो श्रीगंगानगर का है
रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें इंस्टाग्राम, फेसबुक और एक स्थानीय न्यूज चैनल पर 5-6 जून 2025 को शेयर किया गया मूल वीडियो मिला, जो वायरल वीडियो का लॉन्ग वर्जन था. इससे साफ था कि यह वीडियो 29 जून को प्रयागराज में हुए उपद्रव से पहले का है.
वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक यह राजस्थान के श्रीगंगानगर की घटना है जहां पुलिस ने गैंगस्टर के नाम पर एक व्यापारी से 2 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में 4 बदमाशों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था.
गंगानगर पुलिस के फेसबुक पेज पर इस घटना से संबंधित कई पेपर क्लिप शेयर की गई है, जिसमें वायरल वीडियो वाले आरोपियों की तस्वीरें मौजूद हैं. मामले में दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों के पास से रंगदारी के तौर पर लिए गए 5 लाख रुपए और एक फॉरच्यूनर भी जब्त की गई थी.
सदर पुलिस ने किया खंडन
बूम ने पुष्टि के लिए श्रीगंगानगर की सदर पुलिस से भी संपर्क किया. सदर थाने के एसएचओ सुभाष चंद्र ने बूम को बताया, "यह राजस्थान के श्रीगंगानगर का वीडियो है. तब हमने रंगदारी मांगने के आरोप में इन लोगों को गिरफ्तार किया था." इसे संबंधित प्रेस नोट में घटना का विस्तृत विवरण देखा जा सकता है.
2. दूसरा वीडियो राजस्थान के बारां का
एक्स पर @MeghUpdates द्वारा शेयर किए वायरल वीडियो पर रिप्लाई करते हुए प्रयागराज पुलिस ने बताया कि यह प्रकरण राजस्थान के बारां में दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पेट्रोल पंप लूट की योजना बना रहे बदमाशों को गिरफ्तार करने से संबंधित है. इसी के साथ पुलिस ने वायरल दावे का खंडन किया. पुलिस ने वीडियो पर गलत दावा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात भी कही.
खबरों में मौजूद है वायरल वीडियो के विजुअल
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, बारां की किशनगंज थाना पुलिस ने 31 मई 2025 की रात पेट्रोल पंप लूट की साजिश रचने वाले पांच आरोपियों गिरफ्तार किया था. इनके अलावा बारां के अंता में नेशनल हाइवे 27 पर पेट्रोल पंप लूट की योजना बनाते 7 अन्य युवकों को भी गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने 2 जून को गिरफ्तार किए गए 12 आरोपियों के सिर मुंडवाकर उन्हें पैदल घुमाया था.