10 साल पुरानी घटना के आरोपियों की तस्वीर 'नाई जिहाद' के फ़र्ज़ी दावे से वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर 2013 में क्रेडिट कार्ड चोरी के आरोप में मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ़्तार किए गए भोजपुरी अभिनेता इरफ़ान खान और उसके साथी संजय यादव की है.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल है जिसमें पुलिस की गिरफ़्त में दो व्यक्ति नज़र आ रहे हैं. इस तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि मुंबई पुलिस ने दोनों को ‘नाई जिहाद’ के आरोप में पकड़ा है. वायरल दावे में कहा गया है कि इनमें से एक पुलिस के सामने क़ुबूल किया है कि मस्जिदों से इनको ‘नाई जिहाद’ के लिए पैसा दिया जाता है और हिन्दुओं पर एड्स वाले ब्लेड से चीरा लगाने के लिए सिखाया जाता है.
हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि वायरल हो रही तस्वीर मुंबई पुलिस द्वारा क़रीब 10 साल पुराने एक मामले में पकड़े गए आरोपी की है. यह तस्वीर इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर 18 जुलाई 2013 को अपलोड की गई एक वीडियो रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट है.
वायरल तस्वीर में दो व्यक्ति और एक पुलिसकर्मी नज़र आता है. जबकि नीचे इंडिया टीवी का पुराना लोगो मौजूद है और उसके नीचे ‘नाई जिहाद में पकड़ा पुलिस ने’ और ‘ब्रेकिंग न्यूज़ बांद्रा मुंबई’ लिखा हुआ है.
फ़ेसबुक पर वायरल दावे एक ख़ास और लंबे कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “ब्रेकिंग न्यूज... नाई जिहाद **** एक मुलले ने पुलिस के सामने कुबूल किया कि मस्जिदों में नाईजेहाद के लिए पैसा मिलता है। जिसमें हिंदुओं को एड्स के ब्लेड से हल्का सा चीरा लगाने के लिए सिखाया जाता है. और ज्यादा से ज्यादा लडको को अंदरूनी युद्ध के लिए तैयार किया जा रहा है। सभी लोगों को बताना है किसी हिंदू नाई से ही सेव व कटिंग कराये। मुस्लमान जिहादी नाई एड्स का मरीज़ बना देगा”.
वायरल दावे से जुड़े अन्य फ़ेसबुक पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए उसके साथ मौजूद तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें 18 जुलाई 2013 को इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई वीडियो रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में उन दोनों व्यक्तियों को देखा जा सकता है, जो वायरल तस्वीर में मौजूद हैं.
न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार, वायरल तस्वीर में दिख रहे युवक का नाम इरफ़ान खान और संजय यादव है. इरफ़ान खान भोजपुरी फ़िल्मों में भी काम कर चुका है. मुंबई पुलिस ने दोनों युवकों को क्रेडिट कार्ड, चेक बुक और बिल बुक चोरी के आरोप में बिहार के छपरा से गिरफ़्तार किया था.
दोनों युवकों पर चोरी के क्रेडिट कार्ड और चेक बुक से ख़रीददारी करने का भी आरोप था. महाराष्ट्र के ही एक व्यापारी ने क्रेडिट कार्ड चोरी का मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद पुलिस ने जांच के दौरान इरफ़ान खान और संजय यादव को गिरफ़्तार किया था.
जांच में हमें इस से संबंधित रिपोर्ट एबीपी न्यूज़ के यूट्यूब अकाउंट पर भी मिली, जिसे 18 जुलाई 2013 को अपलोड किया गया था. इस रिपोर्ट में भी वही सब जानकारी मौजूद थी.
इसके बाद हमने प्राप्त जानकारियों के आधार पर गूगल सर्च किया तो हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 11 जुलाई 2013 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार के दरभंगा का रहने वाला संजय यादव मुंबई में विजय खेर नाम के व्यवसायी के यहां नौकर था. संजय ने अपने साथी इरफ़ान खान के साथ मिलकर विजय खेर के घर से क्रेडिट कार्ड और अन्य कीमती सामान की चोरी कर ली थी. दोनों ने क्रेडिट कार्ड से लाखों रुपए की ज्वैलरी भी ख़रीदी थी.
व्यवसायी विजय खेर ने इस मामले में मुंबई के अंधेरी वेस्ट थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पहले बिहार के दरभंगा से संजय यादव को और फिर छपरा से इरफ़ान खान को गिरफ़्तार किया था.
वहीं 18 जुलाई 2013 को इंडिया टीवी की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में यह बताया गया था कि पुलिस ने दोनों के पास से 30 क्रेडिट कार्ड, 17 चेक बुक, 1 बिल बुक और लाखों रुपए के गहने भी बरामद किए थे.
इसके बाद, हमने मुंबई पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) प्रशांत कदम से संपर्क किया. उन्होंने वायरल दावे को ख़ारिज करते हुए बताया कि "ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है". हालांकि, उन्होंने 2013 के पुराने क्रेडिट कार्ड चोरी के मामले में कोई ख़ास जानकारी नहीं दी.
अतिक्रमण हटाने के विरोध में आत्मदाह का यह वीडियो बिहार के पटना का है