बांग्लादेश में यूनिवर्सिटी के प्रोटेस्ट का पुराना वीडियो हिंसा से जोड़कर वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो बांग्लादेश की जगन्नाथ यूनिवर्सिटी में आत्महत्या के एक मामले में स्टूडेंट्स द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान का है.
सोशल मीडिया पर बांग्लादेश का एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक युवती के मुंह पर टेप लगा है और उसके हाथ-पैर बंधे हुए दिख रहे हैं. भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स वीडियो को बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद फैली अराजकता और हिंसा से जोड़ते हुए शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि दावा गलत है. वायरल वीडियो बांग्लादेश की जगन्नाथ यूनिवर्सिटी में 18 मार्च 2024 को हुए एक प्रोटेस्ट का है. जब यूनिवर्सिटी की एक छात्रा फैरुज सदफ अवंतिका ने अपने एक सहपाठी और एक शिक्षक पर आरोप लगाते हुए सुसाइड कर लिया था.
गौरतलब है कि बांग्लादेश में पिछले कुछ दिनों से आरक्षण व्यवस्था को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे थे. लगातार हिंसक होते प्रदर्शन के बीच 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने पद से इस्तीफा देकर भारत आ गईं. उनके देश छोड़ने के बाद देश के विभिन्न कोने से हिंसा, लूटपाट की खबरें आ रही हैं.
फिलहाल सेना प्रमुख ने नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का बनाए जाने के लिए अपना समर्थन देने बात कही है.
एक्स पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "बांग्लादेश का यह वीडियो देखने के बाद भी अगर तुम यह सोचते हो कि मोदी डिक्टेटर है. उसे सत्ता से उखाड़ फेंकना है तो कल आपके सामने आपकी बहन बेटी के साथ भी ऐसा ही बर्ताव होने वाला है. और अपनी अम्मी से अपना ब्लड ग्रुप पता कर लेना."
फेसबुक पर भी इसी तरह का दावा किया गया कि बांग्लादेश में हालिया राजनीतिक संकट के बाद एक हिंदू लड़की के हाथ-पैर बांधकर उसे प्रताड़ित किया जा रहा है.
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें सोशल मीडिया पर कई यूजर्स द्वारा शेयर किया गया यह वीडियो मिला. एक Reddit यूजर ने बताया कि यह प्रदर्शनकारी छात्रों का वीडियो है. एक अन्य फेसबुक यूजर ने इसे जगन्नाथ यूनिवर्सिटी का वीडियो बताया. वायरल वीडियो में एक बस भी दिख रही है, जिस पर बांग्ला में जगन्नाथ विश्वविद्यालय लिखा हुआ दिखाई दे रहा है.
हमने इससे संकेत लेते हुए बांग्ला कीवर्ड से सर्च किया तो हमें JnU Short Stories नाम के एक फेसबुक पेज पर 26 जुलाई 2024 को शेयर किया गया यह वीडियो मिला. पोस्ट में बताया गया कि यह अवंतिका की आत्महत्या के विरोध में कुछ दिन पहले किए गए एक नुक्कड़ नाटक का वीडियो है
इसके साथ ही पोस्ट में लिखा गया, "कुछ लोगों ने इस वीडियो को फेसबुक पर वर्तमान में जारी हालिया आंदोलन से जोड़कर वायरल कर दिया है. लड़की जगन्नाथ विश्वविद्यालय की अकादमिक सेशन 2021-22 की छात्रा है, जिसे बीसीएल का नेता बताया जा रहा है. यह सब देखकर लड़की सदमे से गुजर रही है. अगर यह लड़की भी अवंतिका की तरह आत्महत्या का रास्ता अख्तियार कर लेगी तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?"
बांग्लादेशी न्यूज आउटलेट Ajker Patrika ने 27 जुलाई 2024 की अपनी रिपोर्ट में बताया कि वीडियो में विरोध प्रदर्शन करते हुए दिख रही लड़की त्रिशा है. रिपोर्ट में एक अन्य छात्र के हवाले से बताया गया कि "वह एक सामान्य छात्रा है. अवंतिका की मौत पर हमारे साथ आदोंलन कर रही थी, मेरी जानकारी में वह किसी भी तरह से किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ी हुई नहीं है. वीडियो सोशल मीडिया पर गलत दावे से वारल हो जाने के बाद वह अभी सदमे में हैं."
दरअसल यूनिवर्सिटी की एक छात्रा फैरुज सदफ अवंतिका ने 16 मार्च 2024 को अपने एक सहपाठी और एक शिक्षक पर आरोप लगाते हुए सुसाइड कर लिया था. यह वीडियो अवंतिका की मौत के तीन दिन बाद का अवंतिका के अन्य सहपाठियों द्वारा उसको न्याय दिलाने के लिए मोमबत्ती जलाकर किए गए एक विरोध प्रदर्शन का है.
रिपोर्ट में बताया गया कि आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रॉक्टर और एक सहपाठी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
यूनिवर्सिटी में अवंतिका की मौत पर न्याय मांगने के लिए छात्रों द्वारा किए गए इस प्रोटेस्ट को बांग्लादेशी न्यूज आउटलेट Channel 24 के यूट्यूब चैनल पर भी देखा जा सकता है. चैनल पर 18 मार्च 2024 को वीडियो शेयर करते हुए विवरण में बताया गया कि अवंतिका की मौत पर न्याय की मांग को लेकर मशाल जुलूस निकाला गया. इस वीडियो रिपोर्ट में वायरल वीडियो में दिख रही लड़की का एक दृश्य भी है.
मार्च 2024 में हुई यूनिवर्सिटी की छात्रा अवंतिका की सुसाइड की घटना को कई प्रमुख बांग्ला मीडिया आउटलेट बीबीसी और Protho Malo ने भी कवर किया था.