बांग्लादेश में ट्रांस महिला पर हमले का वीडियो गलत दावे से वायरल
बूम ने पाया कि वीडियो बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में मॉरल पुलिसिंग के तौर पर ट्रांस महिलाओं पर हमले से संबंधित हैं. वीडियो में दिख रहीं ट्रांस महिला मुस्लिम हैं.
बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में कुछ स्थानीय लोगों के महिलाओं के साथ मारपीट करने के तीन वीडियो का एक सेट वायरल है. यूजर्स इन्हें शेयर करते हुए सांप्रदायिक दावा कर रहे हैं कि बांग्लादेश में हिंदू लड़कियों को हिजाब या बुर्का न पहनने पर निशाना बनाया जा रहा है. बूम ने अपनी जांच में पाया कि सांप्रदायिक दावा गलत है.
बूम ने फैक्ट चेक में यह पाया कि वायरल वीडियो में दिख रहीं ट्रांस वीमन मुस्लिम समुदाय से संबंधित हैं. उन पर मॉरल पुलिसिंग के तहत कुछ स्थानीय लोगों ने हमला किया था.
गौरतलब है कि बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद से वहां मॉरल पुलिसिंग के चलते सेक्स वर्कर और ट्रांसजेंडर पर हमले की घटनाएं सामने आ रही हैं. बीते दिनों बांग्लादेश में सेक्स वर्कर पर हमले का एक वीडियो भारत में इस झूठे दावे से शेयर किया गया था कि वहां हिंदू लड़कियों और महिलाओं को बुर्का नहीं पहनने पर पीटा जा रहा है. बूम ने इसका भी फैक्ट चेक किया था.
सोशल मीडिया पर वायरल इन वीडियो में से एक में महिला से जबरन उठक- बैठक करवाया जा रहा है और बीच-बीच में छड़ी से पीटा जा रहा है. दूसरे वीडियो में अन्य महिला पुलिस अधिकारियों से अपना मोबाइल वापस दिलाने की गुहार लगा रही है जिसे एक शख्स ने उसके साथ मारपीट कर जब्त कर लिया था. इसी तरह तीसरे वीडियो में भी एक शख्स महिला पर डंडे से हमला करता दिख रहा है.
वेरिफाइड यूजर पांचजन्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इन वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, 'हिजाब और बुर्का पहनो या बांग्लादेश छोड़ दो. बांग्लादेश के बाजार में सरेआम हिंदू लड़कियों को टारगेट किया जा रहा. हिन्दू लड़कियों को नॉर्मल कपड़े पहनने पर निशाना बनाया जा रहा है. जमात ए इस्लामी के कट्टरपंथी हिन्दू बहन-बेटियों को खुलेआम धमकी दे रहे हैं.'
फेसबुक पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल हैं.
फैक्ट चेक: मॉरल पुलिसिंग को लेकर पिटाई का मामला
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के कीफ्रेम को गूगल लेंस से सर्च किया तो कई बांग्लादेशी न्यूज आउटलेट पर घटना की विस्तृत रिपोर्ट मिली. इनमें वायरल वीडियो के फुटेज भी शामिल हैं.
Jamuna TV की 14 सितंबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, कॉक्स बाजार में सुगंधा प्वाइंट इलाके के पास महिलाओं और ट्रांसजेंडर का उत्पीड़न किया गया. रिपोर्ट में बताया गया कि घटना के मुख्य आरोपी फारुकुल इस्लाम को पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच ने 13 सितंबर 2024 को हिरासत में लिया है. फारुकुल चटगांव के सतकानिया इलाके का रहने वाला है.
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट में वीडियो का वर्णन करते हुए बताया गया. "एक वीडियो में आरोपी फारुकुल समुद्र तट के पास हाथ में छड़ी लेकर महिला से कान पकड़वाकर उससे उठक-बैठक करवा रहा है और उसे अपशब्द बोल रहा है. दूसरे वीडियो में एक अन्य महिला सुगंधा समुद्र तट के पास पुलिस अधिकारियों से अपना मोबाइल वापस दिलाने के लिए गुहार लगा रही है. एक तीसरे वीडियो में एक महिला को फारुकुल द्वारा बार-बार छड़ी से पीटते हुए दिखाया गया है, जबकि महिला उसे छोड़ देने के लिए विनती कर रही है."
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि आरोपी फारुकुल ने फेसबुक पर इन घटनाओं के वीडियो बनाकर शेयर किए थे जो लोगों के लिए हैरान करने वाला था . यह पुलिस आधिकारियों के शिथिल रवैये को भी दिखाता है.
आरोपी को शुक्रवार (13 सितंबर) को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ कॉक्स बाजार सदर मॉडल पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया.
Ajker Patrika में कॉक्स बाजार सदर पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी माचिउर रहमान के हवाले से बताया गया कि इस मामले में 5-6 लोगों को आरोपी बनाया गया है, मुख्य आरोपी फारुकुल इस्लाम को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं मामले में वादी समेत सात लोगों की पहचान पीड़ित व गवाह के रूप में की गई है.
इस मामले में ट्रांसजेंडर महिला आरोही इस्लाम ने पुलिस में फारुकुल इस्लाम के खिलाफ दर्ज शिकायत कराई जिसकी पुलिस ने पुष्टि की. इसके अनुसार, 11 सितंबर को आरोही और उनके साथ बाकी 6 ट्रांस जेंडर हर दिन की तरह सुगंधा बीच पर टहलने के लिए गई थे.
शिकायत में आरोही के हवाले से कहा गया, "रात 10 के बजे खुद को स्टूडेंट कोर्डिनेटर बताने वाले फारुकल इस्लाम ने उन्हें रोका और कहा कि हम लोग बीच इलाके में गलत काम कर रहे हैं और लोगों को परेशान कर रहे हैं. ऐसा कहते हुए उन्होंने उन्हें अपशब्द बोले."
तीनों पीड़िता मुस्लिम धर्म से संबंधित हैं
अधिक स्पष्टिकरण के लिए हमने बांग्लादेश न्यूज आउटलेट Independent TV के कॉक्स बाजार के रिपोर्टर तौफीकुल इस्लाम लिपु से संपर्क किया. लिपु ने बूम से पुष्टि कि तीनों पीड़िता मुस्लिम हैं.
लिपु ने कहा, "इस घटना में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है. वीडियो में दिख रहे सभी सभी मुस्लिम पर्यटक हैं. आरोपियों के समूह ने महिलाओं और ट्रांसजेंडर (महिलाओं) के रात में समुद्र तट पर घूमने के कारण उनकी पिटाई भी की थी." फारुकुल को गिरफ्तार करके कॉक्स बाजार जेल में भेज दिया गया है.