बांग्लादेश में खंभे से बांधकर युवतियों को प्रताड़ित किए जाने का वीडियो गलत दावे से वायरल
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो जुलाई 2024 का है जिसमें बांग्लादेश छात्र लीग की महिला सदस्यों को एक पिलर से बांधकर प्रताड़ित किया जा रहा है.
बांग्लादेश छात्र लीग की दो नेताओं को खंभे से बांधकर प्रताड़ित करने का वीडियो वहां हिंदू महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार के दावे से वायरल है. वीडियो में दो युवतियों को कुछ अन्य महिलाएं रस्सी से एक खंभे से बांध रही हैं. इस दौरान वे उन्हें धमकाते हुए भी नजर आ रही हैं.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो 17 जुलाई 2024 का है जब आरक्षण सिस्टम को लेकर विरोध कर रहे स्टूडेंट्स ने ढाका स्थित बेगम बदरूनिसा सरकारी कॉलेज में छात्र लीग के नेताओं के साथ मारपीट की थी. इसका शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद फैली हिंसा से कोई संबंध नहीं है. छात्र लीग शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग का स्टूडेंट विंग है.
बांग्लादेश में सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के बीच 5 अगस्त 2024 को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना देश छोड़कर भाग गई हैं. इसके बाद से ही बांग्लादेश के अलग-अलग हिस्सों से आगजनी, हत्या और लूटपाट की घटनाएं सामने आ रही हैं.
वहीं अवामी लीग के नेताओं और सहयोगियों को भी निशाना बनाए जाने की खबर है जिसमें बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू भी शामिल हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश के 27 जिलों में अल्पसंख्यक हिंदुओं के घर और दुकानों पर भीड़ ने हिंसक हमला किया.
वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक एक्स यूजर ने लिखा, 'बांग्लादेश में हिंदू औरतों के साथ देखिए किस तरह से भाईचारा निभा रहीं है, जिहादी आंदोलनकारी की ये बीवीयां.' (आर्काइव लिंक)
इसी कैप्शन के साथ फेसबुक पर भी यूजर्स ने पोस्ट शेयर किया है. (आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक
बूम ने पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो जुलाई 2024 का है. इसका बांग्लादेश में सियासी तख्तापलट के बाद हो रही हिंसा से संबंध नहीं है.
वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने इनविड टूल की मदद से कीफ्रेम लेकर गूगल लेंस पर चेक किया. इस दौरान हमें CTG24 के फेसबुक पेज पर 17 जुलाई 2024 को अपलोड की गई रील मिली. इसके बांग्ला कैप्शन का हिंदी अनुवाद है, 'आंदोलनकारियों ने बदरुनिसा के छात्र लीग नेताओं को बांध दिया.'
यहां से संकेत लेकर गूगल पर कीवर्ड से सर्च करने पर हमें बांग्ला आउटलुक की 17 जुलाई 2024 को ही लिखी गई रिपोर्ट मिली. इसकी बांग्ला हेडिंग का हिंदी अनुवाद है- 'बदरून्निसा में स्टूडेंट्स ने छात्र लीग के सदस्यों को बांधा'
रिपोर्ट में बताया गया कि ढाका के बक्शी बाजार इलाके स्थित बेगम बदरून्निसा सरकारी महिला कॉलेज में छात्र लीग के कार्यकर्ताओं को पोल से बांधने की घटना सामने आई है. हालांकि बाद में शिक्षकों की देखरेख में छात्र लीग के सदस्य वहां से बाहर निकाले गए.
घटना 17 जुलाई की दोपहर 2 बजे कॉलेज के आवासीय छात्रावास में घटी. जहां स्टूडेंट्स ने छात्र लीग के सदस्यों को खंभे से बांध दिया. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अन्य संस्थाओं की तरह यहां भी छात्र लीग का एकछत्र राज था. साधारण छात्रों को छात्र लीग के नेताओं के आगे झुकना पड़ता था. इससे नाराज होकर छात्रों ने उन्हें खंभे से बांध दिया. बाद में टीचर्स ने उन्हें बचाकर पीछे के दरवाजे से बाहर निकाला.
इसके बाद हमें Dhaka Age के यूट्यूब चैनल पर इस वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया कि बदरून्निसा कॉलेज छात्र लीग के नेताओं बांधने का वीडियो वायरल है. हालांकि वीडियो में कहीं भी सांप्रदायिक दावे जैसी बात नहीं थी. इसके साथ ही हमने बूम बांग्लादेश की मदद से वीडियो में दिख रही दोनों युवतियों की पहचान की.