AI से बनाई तस्वीरें यूपी के अयोध्या में निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन के फ़र्ज़ी दावे से वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि अयोध्या में निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन के दावे से वायरल यह तस्वीरें AI जनरेटेड हैं. इन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल की मदद से बनाया गया है.
सोशल मीडिया पर एक भव्य रेलवे स्टेशन जैसी लग रही कुछ तस्वीरें काफ़ी वायरल हो रही हैं. लोग इन्हें अयोध्या में नवीनीकृत किए जा रहे रेलवे स्टेशन की असली तस्वीरें मानकर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं. यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि यह तस्वीरें निर्माणाधीन अयोध्या रेलवे स्टेशन की हैं.
ग़ौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है. राम मंदिर ट्रस्ट ने अगले साल तक इस मंदिर के उद्घाटन का लक्ष्य रखा है. इसके साथ ही शहर में भव्य एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का निर्माण और विकास कार्य भी किया जा रहा है. इसी संदर्भ से जोड़कर ये दावा वायरल किया जा रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि अयोध्या में निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन के दावे से वायरल यह तस्वीरें AI जनरेटेड हैं. इन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल की मदद से बनाया गया है.
बिहार के दरभंगा लोकसभा सीट से वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के सांसद गोपाल जी ठाकुर ने इन तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा, "जय श्री राम अयोध्या में निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन की अदभूत झलक....प्रेम से बोलो सियावर रामचंद्र की जय!"
अर्काइव पोस्ट यहां से देखें
फे़सबुक पर भी कई यूज़र्स ने भी ये तस्वीरें शेयर की हैं.
न्यूज़18 तेलुगू ने इन तस्वीरों का प्रयोग करते हुए एक फ़ोटो स्टोरी की है, जिसका अनुवादित शीर्षक है "अयोध्या: अद्भुत रूप से राम मंदिर जैसा है अयोध्या रेलवे जंक्शन.. यहां देखें तस्वीरें". न्यूज़18 तेलुगू ने स्टोरी में तस्वीरों के लिए किसी AI टूल या क्रिएटर को क्रेडिट देने के बजाए न्यूज़18 को क्रेडिट दिया है.
फै़क्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि अयोध्या रेलवे स्टेशन के दावे से वायरल यह तस्वीरें AI जनरेटेड हैं. इन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल की मदद से बनाया गया है.
बूम ने दावे की पड़ताल के सबसे पहले गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमने सोशल मीडिया पर इन तस्वीरों को खंगाला कि सबसे पहले इन तस्वीरों को किसने पोस्ट किया था.
हमें The Madhya Pradesh Index नाम के X अकांउट पर 27 अक्टूबर को शेयर की गई दो तस्वीरें मिलीं. अकांउट ने तस्वीरें शेयर कर तुलना करते हुए हुए लिखा, "अयोध्या रेलवे स्टेशन यह कैसा होना चाहिए और यह वास्तव में कैसा है."
Amαr नाम के एक वेरिफ़ाइड X यूज़र ने 27 अक्टूबर को The Madhya Pradesh Index को रिप्लाई करते हुए यही वायरल तस्वीरें पोस्ट की थीं.
इसके बाद हमें 𝐌𝐨𝐡𝐢𝐭 नाम के X अकांउट पर 22 अक्टूबर 2023 को शेयर की गईं कुछ अन्य तस्वीरें भी मिलीं. जिसमें एक तस्वीर वो भी है जो The Madhya Pradesh Index ने शेयर की थी.
इन पोस्ट के रिप्लाई में मोहित और अमर को क्रेडिट दिया गया था. हमने इन तस्वीरों की हकीकत जानने के लिए मोहित और अमर से संपर्क किया. मोहित ने हमें बताया कि उन्होंने बिंग इमेज क्रिएटर टूल की मदद से यह तस्वीरें बनाई थी. वहीं अमर ने बताया कि उन्होंने एक AI एप की मदद से ये तस्वीरें बनाई थीं.
दरअसल, Midjourney जैसे AI टूल की मदद से कुछ ही सेकण्ड्स में यह तस्वीरें बनाई जा सकती हैं, जो पहली नज़र में बिल्कुल असली लगती हैं, पर इन AI तस्वीरों को थोड़ा बारीकी से देखने पर काफ़ी हद तक पहचाना जा सकता है कि ये असली नहीं बल्कि AI टूल की मदद से बनाई गईं हैं.
जैसे इन तस्वीरों में अयोध्या(AYODHYA) गलत लिखा हुआ है. इसके अलावा प्रत्यंचा चढ़ाए भगवान राम के धनुष की डोरी चेहरे के पीछे दिख रही है, जबकि वह आगे दिखनी चाहिए.
वहीं उत्तर प्रदेश के आयोध्या में रेलवे स्टेशन का भी पुनर्विकास कार्य जोरों पर चल रहा है. रेल मंत्रालय के अधिकारिक X अकांउट ने 5 जनवरी 2023 और 20 जूलाई 2023 को अयोध्या रेलवे स्टेशन के चल रहे पुनर्विकास कार्य की कुछ तस्वीरें साझा की हैं,लेकिन रेल मंत्रालय ने भी अयोध्या रेलवे स्टेशन के पुनिर्माण की जो तस्वीरें साझा की हैं, वह वायरल तस्वीरों से मेल नहीं खाती हैं.