इज़रायल-हमास युद्ध: इज़रायल पर चीखते कुवैती सांसद का पुराना वीडियो वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 2017 का है. इसका हालिया इज़रायल-हमास के बीच जारी संघर्ष से कोई लेना नहीं है.
इज़रायल-हमास के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद सोशल मीडिया पर इससे जोड़कर तमाम वीडियो और तस्वीरें तरह-तरह के दावों के साथ वायरल हो रहीं हैं. ऐसा ही एक पुराना वीडियो, जिसमें एक व्यक्ति किसी अंतराष्ट्रीय मंच पर अरबी भाषा में, काफ़ी तीखे अंदाज में कुछ बोलता हुआ नज़र आ रहा है, सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हो रहा है. व्यक्ति की डेस्क पर आगे लगी नेम प्लेट पर कुवैत लिखा है.
दावा किया जा रहा है कि ग़ाज़ा पर इज़रायली बमबारी के खिलाफ कुवैत के प्रतिनिधि ने साहस दिखाते हुए आवाज उठाई है और इजरायली प्रतिनिधि को कड़ी चुनौती दी है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 2017 का है. इसका हालिया इज़रायल-हमास के बीच जारी संघर्ष से कोई लेना नहीं है.
ग़ौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को इज़रायल-हमास के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद अब तक लगभग 4,900 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हमास के हमलों में 1,400 से ज्यादा इज़रायली लोगों और वहीं, ग़ाज़ा पट्टी में लगभग 3,478 लोगों की मौत हो चुकी है. जिससे ग़ाजा में मानवीय संकट पैदा हो गया है. इसी संदर्भ से जोड़कर ये दावा वायरल किया जा रहा है.
Public Pulse | عوام کی آواز नाम के एक X यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुआ लिखा (उर्दु से हिन्दी अनुवादित), "मासूम बच्चों के हत्यारे! यहाँ से चले जाओ।" आप एक आतंकवादी राज्य के प्रतिनिधि हैं, आप एक सूदखोर हैं।" संयुक्त राष्ट्र के उप सत्र में #कुवैत के प्रतिनिधि ने साहस दिखाते हुए गाजा पर इजरायली बमबारी के खिलाफ आवाज उठाई और इजरायली प्रतिनिधि को कड़ी चुनौती दी।"
फे़सबुक पर भी कई अन्य यूज़र ने ये वीडियो शेयर किया है.
फै़क्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 2017 का है. इसका हालिया इज़रायल-हमास के बीच जारी संघर्ष से कोई लेना नहीं है.
हमने दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले कीफ्रेम की मदद से यांडेक्स पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें Discover Islam नाम के यूट्यूब चैनल पर 19 अक्टूबर 2017 को अपलोड किया गया यही वीडियो मिला. जिसका हिन्दी अनुवादित शीर्षक "कुवैती संसद के अध्यक्ष मारज़ौक अल-ग़नीम ने इज़रायल को आतंकवादी और बच्चों का हत्यारा कहा" है.
वीडियो के विवरण में लिखा है कि रूस के शहर सेंट पीटर्सबर्ग में एक वैश्विक सम्मेलन में कुवैती संसद के अध्यक्ष मारज़ौक अल-ग़नीम ने इजरायली प्रतिनिधिमंडल को "आतंकवादियों" और "बच्चों के हत्यारे" कहते हुए बाहर चले जाने के लिए कहा.
वीडियो के विवरण से क्लू लेकर हमने गूगल पर सम्बंधित कीवर्ड्स सर्च किए. हमें The Times of Israel नाम की न्यूज़ वेबसाइट पर 19 अक्टूबर 2017 का एक न्यूज़ आर्टिकल मिला, जिसमें बताया गया कि बुधवार को सांसदों की एक अंतरराष्ट्रीय सभा की वार्षिक बैठक में इज़रायली सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल यरूशलेम के आलोचनात्मक प्रस्तावों का सामना करने के बाद सभा से बाहर निकल गया.
Middle East Eye ने 18 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित अपनी एक न्यूज़ रिपोर्ट में लिखा कि रूस में आयोजित अंतर-संसदीय सम्मेलन में कुवैत के प्रतिनिधी मारज़ौक अल-ग़नीम ने अपने इजराइली समकक्ष को बच्चों का हत्यारा कहा और कहा कि "आपको कोई शर्म नहीं है" इस पर इजरायली सांसद ने सभा से वॉकआउट कर दिया. इस न्यूज़ रिपोर्ट में वीडियो यह वीडियो भी एम्बेडेड है.
रिपोर्ट में आगे लिखा गया कि अल-ग़नीम ने इज़रायल के प्रतिनिधि पर राज्य प्रायोजित आतंकवाद का प्रतिनिधित्व करने का आरोप लगाया था. न्यूज़ रिपोर्ट ने आगे लिखा कि एम्बेडेड वीडियो में गनीम को इजरायली प्रतिनिधि पर चिल्लाते हुए “कब्जाधारी! बच्चों का हत्यारा,'' कहते हुए सुना जा सकता है.
हमें European Jewish Congress की अधिकारिक वेबसाइट पर भी 20 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित एक आर्टिकल मिला, जिसमें बताया गया कि इज़रायल विरोधी हंगामे के बीच इज़रायली सांसद अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन से बाहर चले गए.
आर्टिकल में गनीम की उस टिप्पणी का भी जिक्र है, जब ग़नीम ने कहा कि "इस क्रूर कब्ज़ा करने वाली संसद के प्रतिनिधि जो राज्य प्रायोजित आतंक के प्रतिनिधि हैं उनको जवाब देना चाहता हूं कि कब्ज़ा करने वाले, बच्चों के हत्यारे, यदि तुममें ज़रा भी शर्म आती है तो यहाँ से चले जाओ,
हालांकि रिपोर्ट में बताया गया कि इजराइली साांसदों ने कहा कि वे कई प्रस्तावों को पारित करने के विरोध में बाहर चले गए थे, जिसमें एक यह भी था कि इज़राइल से घातक आतंकवादी हमलों में भाग लेने के दोषी दो फिलिस्तीनियों को रिहा करने के लिए कहा जा रहा था.
फिलहाल फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में जारी संघर्ष के बीच कुवैत ने अभी हाल में इज़रायल के उस आदेश को खारिज़ कर दिया था, जब उसने फिलिस्तीनियों को उत्तरी ग़ाज़ा में अपने घर खाली करके दक्षिण की तरफ चले जाने वाले लिए कहा था. कुवैत की विदेश मंत्री सलेम अब्दुल्ला अल-जबर अल-सबा ने कहा था कि "इस तरह के आदेश से फिलिस्तीनी लोगों की पीड़ा और बढ़ जाएगी, जो पहले से ही घेराबंदी और बमबारी से पीड़ित हैं."