उत्तराखंड में चिनूक हेलिकॉप्टर से जेसीबी पहुंचाने वाली तस्वीर फेक है
बूम ने पाया कि यह तस्वीर एडिटेड है. वायरल तस्वीर चिनूक हेलीकॉप्टर की एक पुरानी तस्वीर और उत्तरकाशी जिले की एक हालिया तस्वीर को एक साथ जोड़कर एडिट की गई है.

उत्तराखंड में आई आपदा के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए वायुसेना के चिनूक हेलिकॉप्टर के माध्यम से जेसीबी पहुंचाने के दावे से फेक तस्वीर वायरल है.
बूम ने जांच में पाया कि यह तस्वीर एडिटेड है. यह चिनूक हेलिकॉप्टर की एक पुरानी तस्वीर और उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की एक हालिया तस्वीर को एक साथ जोड़कर एडिट की गई है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में 5 अगस्त 2025 को बादल फटने से खीर गंगा नदी में बाढ़ आ गई थी और धराली गांव जमींदोज हो गया था. इसमें अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, अभी भी 100 से 150 लोग लापता हैं.
धराली के 80 एकड़ में 20 से 50 फीट तक मलबा फैला है, बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित इलाकों में राहत और मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनें लगी हैं और भारतीय वायुसेना के चिनूक और Mi-17V5 हेलीकॉप्टरों की भी मदद ली जा रही है.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
एक्स पर एक यूजर (आर्काइव लिंक) ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया कि उत्तराखंड में रास्ते बंद होने के चलते धराली मे चिनूक हेलीकॉप्टर से बुलडोजर मशीन पहुंचाई गई है. फेसबुक (आर्काइव लिंक) पर भी इसी दावे से यह तस्वीर वायरल है.
पड़ताल में क्या मिला:
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर चिनूक हेलीकॉप्टर की एक पुरानी तस्वीर और उत्तरकाशी जिले की एक हालिया तस्वीर को एक साथ जोड़कर एडिट की गई है.
वायरल तस्वीर में बुलडोजर लिए चिनूक वाली तस्वीर
बूम ने वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए इसे गूगल लेंस से सर्च किया. हमें इमेज स्टॉक वेबसाइट Getty Images पर चिनूक हेलीकॉप्टर वाली इस तस्वीर से मिलती जुलती एक तस्वीर मिली.
इस तस्वीर के विवरण में बताया गया कि यह 8 अक्टूबर 2020 को गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस में आयोजित हुए 88वें भारतीय वायु सेना दिवस समारोह के दौरान की है. कैप्शन में लिखा गया, 'भारतीय वायु सेना का CH-47 चिनूक हेलीकॉप्टर भार वहन करने की क्षमता का प्रदर्शन करता हुआ.'
इस तस्वीर के लिए हिंदुस्तान टाइम्स के संजीव वर्मा को क्रेडिट दिया गया था. Getty Images पर 88वें भारतीय वायु सेना दिवस समारोह की कई अन्य तस्वीर भी हैं.
हमें Rediff.com पर 8 अक्टूबर 2020 को शेयर की गई चिनूक हेलिकॉप्टर की यह तस्वीर मिली.
वायरल तस्वीर में उत्तरकाशी में आई आपदा को दिखाती दूसरी तस्वीर
इसके बाद हमने वायरल तस्वीर में नीचे वाली तस्वीर की खोज की तो पाया कि यह 5 अगस्त को उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा के दौरान की है. हमें कई मीडिया आउटलेट (इंडिया टीवी, सीएनबीसी और हिंदुस्तान टाइम्स) पर यह तस्वीर मिली. इन सभी रिपोर्ट में इस तस्वीर के लिए पीटीआई को क्रेडिट दिया गया था.
हिंदुस्तान टाइम्स की 6 अगस्त 2025 की रिपोर्ट में इस तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा गया कि उत्तराखंड के ऊपरी क्षेत्रों में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटक गांव धराली में आई अचानक बाढ़ से चट्टानों, मलबे और कीचड़ का सैलाब से आ गया, जिससे वहां के घर, दुकानें और होटल ध्वस्त हो गए.
वायरल तस्वीर और मूल तस्वीर की तुलना
इसके बाद हमने वायरल तस्वीर और दोनों मूल तस्वीरों की तुलना की, इससे स्पष्ट है कि इन्हीं दोनों तस्वीरों को एडिट कर वायरल इमेज बनाई गई है.
रिपब्लिक वर्ल्ड और गुड न्यूज टुडे की रिपोर्ट में बताया गया कि उत्तरकाशी के धराली में चिनूक की मदद से हवाई मार्ग के रास्ते 125 केवी का जनरेटर सेट पहुंचाया गया था.
इस मामले में अधिक स्पष्टिकरण के लिए हमने उत्तरकाशी जिले के डिप्टी एसपी देवेंद्र सिंह नेगी से भी संपर्क किया. देवेंद्र सिंह नेगी ने बूम को बताया, "आपदा क्षेत्र में चिनूक से बुलडोजर पहुंचाने का दावा गलत है. वायरल तस्वीर फेक है."
उत्तराखंड न्यूज आकाशवाणी के एक्स हैंडल से भी वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए बताया गया कि कुछ लोग चिनूक द्वारा बुलडोजर उठाने की तस्वीर को उत्तरकाशी के हर्षिल और धराली आपदा रेस्क्यू से जोड़ रहे हैं जोकि भ्रामक है.


