वायलिन बजाते बंदर का वायरल वीडियो AI जनरेटेड है
कथित तौर पर 'अमेरिकाज गॉट टैलेंट' के मंच से कैलिफोर्निया के एक बुजुर्ग द्वारा पाले गए बंदर का वायलिन बजाते हुए वीडियो वायरल हो रहा है. बूम ने पाया कि यह वीडियो वास्तविक नहीं है. इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाया गया है.
सोशल मीडिया पर एक बंदर द्वारा वायलिन बजाने के दावे से वीडियो वायरल है. वीडियो के शुरूआती हिस्से में एक बुजुर्ग एक बंदर को लिए 'अमेरिकाज गॉट टैलेंट' के मंच पर अपनी आपबीती सुनाता नजर जा रहा है.
वीडियो में बुजुर्ग शख्स अपना परिचय बताते हुए कहता है कि वह कैलिफोर्निया के छोटे से गांव का रहने वाला है. उसने भूकंप में अपने परिवार को खो दिया. निराशा के दौर में उसने एक बंदर के बच्चे का पालन-पोषण किया. जब वह अपने पिता की वायलिन बजाता तो बंदर ध्यान से सुनता. एक दिन उसने वह वायलिन उसके हाथ में दे दी. धीरे-धीरे बंदर वायलिन बजाना सीख गया. वीडियो में आगे बंदर को वायलिन बजाते हुए देखा जा सकता है.
वीडियो में इसपर 'अमेरिकाज गॉट टैलेंट' के जज साइमन कॉवेल, होवी मैंडेल, सोफिया वेरगारा, हेदी क्लम और ऑडिएंस की प्रतिक्रियाएं भी देखी जा सकती हैं.
बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो वास्तविक नहीं है. इसे AI की मदद से निर्मित किया गया है.
फेसबुक पर एक यूजर ने वीडियो को पोस्ट करते हुए दावा किया, 'कैलिफोर्निया में आए भूकंप में एक व्यक्ति ने अपने बेटे और पत्नी को खो दिया और वह हताश होकर जंगल में भटक रहा था. उसे एक घायल, गंदा बंदर का बच्चा मिला और उसने उसे पाला. छोटे मंच से और अब वयस्क अवस्था में इसे सुनकर देखिये कि बंदर कैसे एक महान कलाकार बन गया है.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक
वीडियो में बुजुर्ग और बंदर के साथ वाले हिस्से को देखने पर साफ समझ आता है कि यह वीडियो वास्तविक नहीं है. इस हिस्से में बातों का होठों के मूवमेंट और एक्सप्रेशन से कोई तालमेल नहीं दिखता.
हमने संबंधित कीवर्ड्स की मदद से 'अमेरिकाज गॉट टैलेंट' में पहुंचे कैलिफोर्निया के इस शख्स और ऐसे बंदर की तलाश की पर हमें वायरल दावे से संबंधित कोई परिणाम नहीं मिला.
वीडियो के जजेज वाले कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें साल 2022 के इस तरह के ऑडीशन के कई वीडियो मिले. पर इनमें वायरल वीडियो शामिल नहीं था. इन वीडियो में जजेज को वायरल वीडियो वाले सामान कपड़ों में देखा जा सकता है.
बंदर और बुजुर्ग वाले कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 'TOP TALENTS STARS' नाम के यूट्यूब चैनल पर एक दिसंबर का अपलोड किया हुआ वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मिला. लगभग 13 मिनट के वीडियो में वो तमाम विसंगतियां देखी जा सकती हैं, जो अमूमन एआई निर्मित कंटेंट में पाई जाती हैं.
इसके डिस्क्रिप्शन में वीडियो को काल्पनिक बताते हुए लिखा था कि इसे मनोरंजन के लिए बनाया गया है. यह एक आभासी अवतार प्रस्तुत करता है. इसका आधिकारिक 'गॉट टैलेंट' कार्यक्रम या इसके वास्तविक प्रतिभागियों या घटनाओं से कोई संबंध नहीं है. इसका उद्देश्य एक कलात्मक और कल्पनाशील अनुभव प्रदान करना है. इसमें प्रस्तुत सभी पात्र एवं घटनाएं काल्पनिक हैं.
इस चैनल ने अपने अबाउट में भी स्पष्ट तौर पर यह मेंशन किया था ये कंटेंट एआई टूल्स की मदद से बनाए गए हैं.
पुष्टि के लिए हमने ने एआई डिटेक्टर टूल ट्रूमीडिया की मदद ली. हमने वीडियो के बंदर और बुजुर्ग वाले एक छोटे से हिस्से को टूल पर चेक किया. टूल ने वीडियो में एआई निर्मित हेरफेर की संभावना जताई.
इसके अलावा बूम ने ट्रूमीडिया पर वीडियो की आवाज को भी चेक किया. इसने वीडियो की आवाज के एआई जनरेटेड होने की 100 प्रतिशत संभावना जताई.