अब्दुल कलाम के भाई छाता रिपेयर नहीं करते थे, फर्जी दावा वायरल
बूम को पूर्व राष्ट्रपति के भाई के पोते ने बताया कि वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा फेक है. अब्दुल कलाम के किसी भी भाई की छाता रिपेयरिंग की दुकान नहीं थी.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल है जिसमें एक बुजुर्ग छाता मरम्मत की दुकान पर बैठे हैं. यूजर्स इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि इसमें दिख रहे शख्स भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के भाई हैं. वायरल तस्वीर में दिख रही दुकान में डॉ. अब्दुल कलाम की तस्वीर भी मौजूद है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. अब्दुल कलाम के पोते शेख सलीम ने बूम को बताया कि उनके किसी भी भाई के छाते की दुकान नहीं थी. उनके सबसे बड़े भाई का नाम मोहम्मद मुथु मीरा लेब्बाई मराईकयार था, जो पेशे से किसान और समाजसेवी थे. साथ ही उनके दो और बड़े भाई थे, जिनकी मृत्यु काफी पहले हो चुकी है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'यह पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम सर के भाई की तस्वीर है. राष्ट्रपति के भाई होते हुए भी मामूली सी छाता मरम्मत की दुकान चलाते थे.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर भी यह तस्वीर इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक: तस्वीर में दिख रहे शख्स अब्दुल कलाम के भाई नहीं हैं
बूम ने पाया कि यह तस्वीर पहले भी वायरल हो चुकी है जिसमें इस वृद्ध शख्स को अब्दुल कलाम का बड़ा भाई बताया गया था.
वायरल तस्वीर की जांच के लिए जब गूगल पर अब्दुल कलाम के भाई से जुड़े कीवर्ड को सर्च किया तो हमें मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला कि उनके बड़े भाई का नाम मोहम्मद मुथु मीरा लेब्बाई मराईकयार था, जिनकी मृत्यु साल 2021 में हो गई थी.
न्यूज वेबसाइट Times of India की 7 मार्च 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद मुथु मीरा लेब्बाई मराईकयार की मृत्यु 104 वर्ष की उम्र में उम्र संबंधी बीमारियों की वजह से हुई थी.
मोहम्मद मुथु मीरा लेब्बाई मराईकयार 'डॉ एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन' के पूर्व चेयरमैन थे.
इसके बाद हमने पड़ताल के लिए अब्दुल कलाम के भाई के पोते और 'डॉ एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन' के को-फाउंडर शेख सलीम से बात की.
उन्होंने BOOM से कहा, "वायरल दावा फेक है. एपीजे अब्दुल कलाम के किसी भी भाई ने कभी छाते की दुकान नहीं खोली. उनके सबसे बड़े भाई मोहम्मद मुथु मीरा लेब्बाई थे, जिनका सबसे आखिरी में साल 2021 में निधन हो गया. वह पेशे से किसान और समाजसेवी थे. इसके अलावा उनके दो और भाई को निधन बहुत पहले हो चुका है."
चार भाई और एक बहन थे कलाम
गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम चार भाई और एक बहन थे. न्यूज वेबसाइट Mid Day की 29 जुलाई 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक, अब्दुल कलाम के निधन के बाद उनके भतीजे ने बताया कि उनके पिता और एपीजे अब्दुल कलाम के भाई मुस्तफा कलाम की मौत 16 साल पहले हो गई थी, जबकि उनके एक भाई एपीजे कासिम मोहम्मद की मृत्यु 20 साल पहले हो गई थी.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, एपीजे अब्दुल कलाम की बहन असीम जोहरा की मृत्यु 18 साल पहले हो गई थी. उस वक्त कलाम की मृत्यु के बाद उनके सबसे बड़े भाई मोहम्मद मुथु मीरा लेब्बाई मराईकयार ही जीवित थे.
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की मृत्यु 27 जुलाई 2015 को आईआईएम शिलॉन्ग में भाषण देते वक्त हार्ट अटैक की वजह से हो गई थी.