फ़र्ज़ी ट्विटर हैन्डल से किये गए ट्वीट को 'आप' नेताओं ने असल मानकर रिट्वीट किया
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर दक्षिण कोरिया की राजधानी सिओल में हुए प्रदर्शन की है.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफ़ी वायरल जिसे आम आदमी पार्टी (AAP) की गुजरात के राजकोट के रोड शो का बताया जा रहा है. तस्वीर में काफ़ी बड़ी संख्या में लोग दिखाई दे रहे हैं. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इसे असल मानकर रिट्वीट किया, जिसे बाद में उन्होंने डिलीट कर दिया. तस्वीर को 'आप' प्रवक्ता एवं नेशनल काउंसिल के सदस्य वैभव महेश्वरी ने भी सच मानकर शेयर किया है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर दक्षिण कोरिया की राजधानी सिओल की है. गुजरात के राजकोट से इसका कोई संबंध नहीं है.
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ट्विटर पर 'आप' गुजरात के नाम से बने अकाउंट ने जानबूझकर इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा,''राजकोट' में स्थानीय लोग बड़ी संख्या में "आप" के रोड-शो में शामिल हुए'. जिसे आप प्रवक्ता वैभव महेश्वरी ने रिट्वीट किया.
आर्काइव वर्ज़न.
मनीष सिसोदिया के रिट्वीट को उजागर करते हुए 'गुजरात बीजेपी' ने ट्वीट किया जिसके बाद मनीष सिसोदिया ने रिट्वीट हटा दिया.
फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ ये तस्वीर खूब वायरल है. जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले संबंधित किवर्डस से सर्च किया तो आप संयोजक अरविन्द केजरीवाल के सोशल मीडिया पर 6 नवंबर के तीन रोड शो की जानकारी मिली. सबसे पहला रोड शो वांकानेर, दूसरा सुरेन्द्रनगर में और तीसरा व अंतिम पूर्वी राजकोट में हुआ. कहीं भी वायरल तस्वीर के समान दृश्य नहीं दिखा.
इसके बाद तस्वीर को गूगल रीवर्स इमेज सर्च किया तो 'द कोरियन टाइम्स' की 5 नवंबर की एक रिपोर्ट में हू-ब-हू तस्वीर मिली.
रिपोर्ट के मुताबिक़, हैलोवीन के दौरान हुई भगदड़ में मारे गए 156 लोगों की याद में शनिवार 5 नवंबर को दक्षिण कोरिया में कैंडललाइट विजिलेंस और रैलियां आयोजित की गईं. लोगों ने शोक जताते हुए एवं राष्ट्रपति पार्क गयुएन से इस्तीफ़े की मांग करते हुए ये मार्च किया था.
इसी आयोजन की कई अन्य तस्वीरों को अन्य रिपोर्ट्स में देखा जा सकता है.
प्रोफेसर अशोक स्वेन ने भी 5 नवंबर को इस तस्वीर को हैलोवीन भगदड़ में मारे गए लोगों के लिए दक्षिण कोरिया की राजधानी सिओल में कैन्डल लाइट मार्च की बताते हुए ट्वीट किया.
इसके बाद बूम ने 'आप गुजरात' की ट्विटर प्रोफाइल देखी जिसनें ये ट्वीट किया था. प्रोफाइल पर स्पष्ट लिखा था,'ये अकाउंट केवल मजे के लिए है, किसी भी पार्टी से इसका कोई संबंध नहीं है.'
आर्काइव वर्ज़न
हमारी जांच से स्पष्ट हो जाता है कि वायरल तस्वीर गुजरात के राजकोट में आम आदमी पार्टी के रोड शो की नहीं है.
नहीं, जगन्नाथ मंदिर की दीवारों पर बनी यह मूर्ति हजार साल पुरानी नहीं है