कांग्रेस का 'देश विरोधी सीक्रेट डॉक्यूमेंट' सरकार के हाथ लगने का फर्जी दावा वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो PFI पर बिहार पुलिस की कार्रवाई पर न्यूज बुलेटिन है. तब पुलिस को PFI से जुड़े दो लोगों के पास से तथाकथित 'भारत विरोधी प्लानिंग' वाले डॉक्यूमेंट मिले थे.
सोशल मीडिया पर टीवी न्यूज चैनल आजतक की एक वीडियो क्लिप वायरल है. इसमें न्यूज एंकर श्वेता सिंह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े एक डॉक्यूमेंट का खुलासा कर रही हैं. यूजर्स दावा कर रहे हैं कि आजतक को कांग्रेस का एक सीक्रेट डॉक्यूमेंट हाथ लग गया है जिसमें 2047 तक भारत को इस्लामिक देश बनाने की योजना है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. न्यूज एंकर जिस डॉक्यूमेंट के बारे में बता रही हैं वह जुलाई 2022 में बिहार पुलिस को पटना के फुलवारी शरीफ में पीएफआई से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तारी के दौरान मिला था. इसमें कथित तौर पर 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का प्लान किया गया था. इसमें कांग्रेस का कहीं कोई जिक्र नहीं था.
गौरतलब है कि सितंबर 2022 में केंद्र सरकार ने पीएफआई पर आतंकवादी समूहों के साथ कथित संबंध रखने के कारण पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में न्यूज एंकर डॉक्यूमेंट के हवाले से बता रही हैं, "डॉक्यूमेंट में 2047 तक भारत में इस्लामिक शासन लाने का प्लान है. भारत के मुस्लिम समुदाय का ख्वाब है कि 2047 में भारत की सत्ता आएगी इनके हाथ आ जाएगी. अगर 10 प्रतिशत मुस्लिम आबादी भी पीएफआई के साथ आ जाए तो बुझदिल समुदाय को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया जाएगा. भारत से युद्ध की नौबत आने पर तुर्की जैसे इस्लामी देश से मदद लेने तक की बात कही गई है."
एक्स पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'कांग्रेस का गोपनीय दस्तावेज मोदी सरकार के हाथ आ गया है. आजतक न्यूज चैनल ने जनता के सामने जाहिर कर दिया है.'
फेसबुक पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है.
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल की लिए संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया तो हमें जुलाई 2022 की कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं.
आजतक की 14 जुलाई 2022 की रिपोर्ट में बताया गया, "बिहार पुलिस ने पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में एक आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने पीएफआई) से जुड़े 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. कथित आतंकवादियों में से एक झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दरोगा मोहम्मद जलालुद्दीन और दूसरा अतहर परवेज है. अतहर परवेज पटना के गांधी मैदान में हुए बम धमाके का आरोपी मंजर का सगा भाई है."
रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से बताया गया, "दोनों संदिग्ध आतंकवादियों के तार PFI और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से जुड़े हैं. दोनों के पास से PFI का झंडा, बुकलेट, पंपलेट और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं."
हिंदुस्तान टाइम्स की 14 जुलाई 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, "पुलिस को फुलवारी शरीफ इलाके के नया टोला में स्थित पीएफआई के दफ्तर में 11 जुलाई की छापेमारी में इंडिया 2047 नाम का 7 पेज वाला डॉक्यूमेंट मिला. इसमें '2047 तक साल में भारत को एक मुस्लिम राष्ट्र बनाने' की कथित प्लानिंग की गई थी.
इसके बाद हमने आजतक वाले इस वायरल वीडियो क्लिप को सर्च किया. एक्स पर एडवांस सर्च करने पर हमें 14 जुलाई 2022 का यह वीडियो मिला. यह वीडियो आजतक पर श्वेता सिंह के प्रोग्राम 'खबरदार' का एक हिस्सा है, जिसे 19 मिनट 03 सेकंड से 21 मिनट 25 तक के बीच देखा जा सकता है.
इस प्रोग्राम में श्वेता सिंह बिहार पुलिस की इसी कार्रवाई पर अपना शो कर रही थीं.
बयान पर विपक्ष का 'सेलेक्टिव ज्ञान'!
— AajTak (@aajtak) July 14, 2022
देश के खिलाफ युद्ध की अंदरूनी तैयारी?
पटना से तेलगांना तक PFI पर बड़ा खुलासा
देखिये @SwetaSinghAT के साथ #Khabardar में | #ATLiveStream https://t.co/Otl8BWifXk
आजतक की इस वीडियो रिपोर्ट में या बिहार पुलिस की पीएफआई पर इस कार्रवाई से जुड़ी किसी भी अन्य मीडिया रिपोर्ट में कांग्रेस पार्टी के संलिप्त होने का कोई जिक्र नहीं है.