बांग्लादेश में हिंदुओं को बंधक बनाकर इस्लाम कबूल करवाने का वायरल दावा फर्जी है
वायरल वीडियो ढाका में विश्वविद्यालयों के छात्रों द्वारा प्रदर्शन के दौरान जोहर की नमाज का है.
सोशल मीडिया पर लाइन से घुटने के बल बैठे लोगों का एक वीडियो वायरल है, जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं को बंधक बनाकर इस्लाम कबूल करवाया जा रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. वायरल वीडियो 16 जुलाई 2024 को ढाका में विश्वविद्यालयों के छात्रों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान जोहर की नमाज का है. जोहर की नमाज दोपहर में पढ़ी जाने वाली दूसरी नमाज को कहते हैं.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की 9 अगस्त 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार (9 अगस्त) को राजधानी ढाका की सड़कों पर सैकड़ों लोगों ने हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया.
5 अगस्त को शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से वहां हिंदुओं के घर, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और मंदिरों पर हमले किया गया. इस दौरान एक स्कूल टीचर की मौत हो गई और 45 लोग घायल हो गए.
बता दें कि कि बांग्लादेश की कार्यवाहक सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने भी वहां के अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले की निंदा की है. उन्होंने एक सभा में कहा, 'क्या वे (अल्पसंख्यक) इस देश के नागरिक नहीं हैं? उन्हें (अल्पसंख्यकों) कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा सकता. वे मेरे भाई हैं. हमने एक साथ लड़ाई लड़ी और हम एक साथ रहेंगे. आपकी सफलता को बेकार करने के लिए कई लोग खड़े हैं. इस बार आप मत गिरिए.'
8 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मोहम्मद यूनुस को बधाई देते हुए कहा, 'प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस को उनकी नई जिम्मेदारियां संभालने पर मेरी शुभकामनाएं. हम हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए सामान्य स्थिति में जल्द वापसी की उम्मीद करते हैं. भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए हमारे दोनों लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.'
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वायरल वीडियो को पोस्ट करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'बांग्लादेश में हिंदुओं को बंधक बनाकर इस्लाम कबूल करवाते हुए जिहादी.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कीफ्रेम को गूगल लेंस से सर्च किया. इस दौरान हमें यूट्यूब और फेसबुक पर भी यही वीडियो अलग अलग हेडिंग के साथ मिला, जिसके कोने में बांग्लादेशी न्यूज चैनल Somoy Tv का लोगो लगा हुआ था.
इसके बाद हमने इसकी जांच के लिए Somoy Tv के यूट्यूब चैनल को खंगाला, जहां हमें मूल वीडियो मिला. इस वीडियो की हेडिंग थी, 'बशुंधरा में प्रदर्शनकारी छात्रों ने जोहर नमाज पढ़ीं.' (हिंदी अनुवाद)
इसके अलावा इससे जुड़े कीवर्ड को गूगल पर सर्च करने पह हमें Somoy Tv की 16 जुलाई 2024 की एक न्यूज रिपोर्ट भी मिली, जिसकी हेडिंग थी, 'सड़क पर नमाज पढ़ते प्रदर्शनकारी' (हिंदी अनुवाद)
Somoy Tv की रिपोर्ट के मुताबिक, विभिन्न निजी विश्वविद्यालयों के छात्र राजधानी ढाका के बशुंधरा गेट के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं. एक घंटे प्रदर्शन करने के बाद सभी छात्र एक पंक्ति में बैठकर जोहर की नमाज पढ़ीं.
साथ ही बांग्लादेशी न्यूज वेबसाइट Dhakapress और Probashirdiganta.com पर भी इससे जुड़ी रिपोर्ट मिली, जिससे हमें पता चला कि यह वीडियो विरोध प्रदर्शन के दौरान नमाज का है.