अब घर बैठे 15 मिनट में ही कर सकेंगे कोरोना टेस्ट, क़ीमत सिर्फ़ 250 रुपये
ICMR ने टेस्ट किट के बारे एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि होम टेस्टिंग सिर्फ़ उन्हीं लोगों को करना चाहिए, जिनमें कोरोना के लक्षण हैं या फिर वो किसी कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आये हों.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने घर पर ही कोरोना टेस्ट करने वाली किट कोविसेल्फ़ (Coviself) के लिए मंजूरी दे दी है. कोरोना महामारी के बीच अब आपको कोरोना टेस्ट (Corona Test) कराने के लिए लैब के बाहर लाइन में खड़े होने की ज़रूरत नहीं होगी और ना ही टेस्ट रिपोर्ट के लिए दो-तीन दिन का इंतज़ार करना पड़ेगा. पुणे की मायलैब कंपनी (Mylab) द्वारा निर्मित इस किट से 15 मिनट में ही कोरोना टेस्ट रिपोर्ट मिल जाएगी.
कीमत 250 रुपये
कोविसेल्फ़ होम टेस्ट किट एक रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) किट है, जिसका इस्तेमाल घर पर ही किया जा सकेगा. मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशन के डायरेक्टर सुजीत जैन ने एएनआई से बात करते हुए बताया कि कोविसेल्फ़ अगले हफ़्ते के अंत तक सात लाख फार्मेसी स्टोर और ऑनलाइन फार्मेसी पार्टनर के पास उपलब्ध होगी. सुजीत जैन ने आगे कहा कि भारत के 90 प्रतिशत पिन कोड तक टेस्ट किट को पहुँचाने का हमारा लक्ष्य है. इसकी कीमत महज़ 250 रुपये रखी गई है.
महज़ 15 मिनट में मिलेंगे नतीजे
कंपनी के डायरेक्टर सुजीत जैन के अनुसार कोविसेल्फ़ टेस्ट किट सेल्फ़ यूज़ के लिए है. इस किट की मदद से महज़ 2 मिनट में टेस्ट किया जा सकेगा और 15 मिनट में नतीजे सामने आ जायेंगे. अगर आपका एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव है तो फिर आपको RT-PCR टेस्ट करवाने की ज़रूरत नहीं है. टेस्ट किट का उपयोग करने के लिए किट में जांच के लिए दिशानिर्देश दिए गए हैं, जिसमें जांच की प्रक्रिया को बताया गया है.
कौन कर सकता है जांच
आईसीएमआर ने कोरोना होम टेस्ट के बारे एडवाइजरी जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि होम टेस्टिंग सिर्फ़ उन्हीं लोगों को करना चाहिए, जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण हैं या फिर वो किसी कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आये हों. इस किट का इस्तेमाल बेवजह और सोचे-समझे बिना न करें. किट में दिए गए दिशानिर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ने के बाद ही जांच करें.
टेस्ट किट में जिन लोगों के नतीजे पॉजिटिव आएंगे उन्हें होम आइसोलेशन में रहना होगा. इस संदर्भ में आईसीएमआर और स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा. कोरोना लक्षण वाले मरीज़ों के नतीजे नेगेटिव आने पर उन्हें RT-PCR टेस्ट करवाना होगा.
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