क्या कांग्रेस विधायक ने की पीएम मोदी की तारीफ़? रिपब्लिक भारत का दावा कितना सच?
वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने वाला व्यक्ति किसी राजनीतिक पार्टी का सदस्य नहीं है, बल्कि एक निजी फर्म का कर्मचारी है
रिपब्लिक भारत ने एक वीडियो के संबंध में ग़लत जानकारी दी है । वीडियो में एक व्यक्ति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए दिखाया गया है । इस समाचार चैनल ने मोदी की प्रशंसा करने वाले की पहचान कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय के रूप में की है ।
बूम ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो में दिखाई देने वाला शख़्स मोहन चंद्र पांडे है । मोहन चंद्र पांडे ने हमें बताया कि वह किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा नहीं है और केवल "मोदी प्रशंसक" है ।
26 अप्रैल, 2019 को रिपब्लिक टीवी के स्वामित्व वाले हिंदी समाचार चैनल रिपब्लिक भारत ने अपने हैलो भारत नामक कार्यक्रम में एक कहानी प्रसारित की जिसका शीर्षक था, “कांग्रेस के विधायक अनिल उपाध्याय भी हुए पीएम मोदी के मुरीद, बंधे तारीफों के पूल।”
समाचार कार्यक्रम में, एंकर ने एक व्यक्ति को मोदी पर प्रशंसा करते हुए दिखाया और कहा कि "जो भ्रष्ट हैं, केवल वे ही चाहते हैं कि मोदी हारे ।" रिपब्लिक भारत के एंकरों ने दावा किया कि वीडियो में दिखाई देने वाले व्यक्ति मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय थे । उन्होंने आगे कहा कि मोदी की न केवल देश के सामान्य पुरुषों और महिलाओं द्वारा बल्कि उनके विरोधियों द्वारा भी प्रशंसा की जा रही है ।
https://hindi.boomlive.in/wp-content/uploads/sites/2/2019/05/Republic-Bharat-Misreports-Story-Of-Man-Praising-Modi-1.mp4पोस्ट के अर्काइव्ड लिंक के लिए यहां क्लिक करें।
रिपब्लिक भारत द्वारा प्रसारित वीडियो में, काले रंग की जैकट और सफेद शर्ट पहने एक व्यक्ति मोदी के बारे में जोश के साथ बात कर रहा है । इस शख़्स को मोदी की तारीफ करते हुए सुना जाता है, जो यह भी कह रहा है कि केवल भ्रष्ट ही नहीं चाहते कि वह सत्ता में वापस आए ।
इसी वीडियो को फ़ेसबुक पर कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा था जिसमें दावा किया गया था कि वह कांग्रेस के विधायक अनिल उपाध्याय थे ।
दिलचस्प बात यह है कि में मोदी के बारे में लोगों के साथ बहस करते हुए, उसकी प्रशंसा करते हुए और प्रधानमंत्री के आलोचकों को पटकनी देते हुए इसी व्यक्ति के पिछले वीडियो फ़ेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पर वायरल हुए हैं । पूर्व में, इसी व्यक्ति को 'दिल्ली के डीसीपी विक्रम सिंह' और अन्य पोस्टों में, राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट के ससुर के रुप में गलत पहचाना जा चूका है |
‘प्रेस्टीट्यूट्स’ नाम के फ़ेसबुक पेज ने उसी व्यक्ति का एक वीडियो अपलोड किया जिसमें कैप्शन दिया गया था, “एक्स डीसीपी क्राइम, दिल्ली पुलिस।”
फ़ैक्ट चेक
समाचार वेबसाइट क्विंट ने डिजिटल मीडिया रणनीतिकार तन्मय शंकर से बात की जिन्होंने उसी वीडियो को साझा किया था जिसमें उस व्यक्ति की पहचान मोहन उर्फ मुन्ना पांडे के रूप में की गई थी ।
बूम ने फ़ेसबुक और ट्विटर देखा और मोहन चंद्र पांडे नाम के साथ एक प्रोफ़ाइल पाया, जिसमें वायरल वीडियो में दिखाई देने वाले व्यक्ति से मेल खाते हुए फोटो थे।
पांडे ने 10 अप्रैल में अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर भी इसी वीडियो पोस्ट किया था, और कैप्शन में लिखा था, “मोदी से खौफ़ किसको और क्यो ??????? सुनोगे तो मोदी मोदी करोगे। जी हां ”
बूम ने पाया कि पांडे ने 26 अप्रैल को रिपब्लिक को भी ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि प्रसारित किए गए वीडियो में वह हैं |
ऑल्ट न्यूज़ ने भी रिपोर्ट किया था कि वीडियो के संबंध में रिपब्लिक भारत ने ग़लत जानकारी दी है । बूम ने पांडे से भी संपर्क किया जिन्होंने पुष्टि की कि वीडियो में दिखाई देने वाले व्यक्ति वास्तव में वही थे ।
पांडे ने कहा,“मैं सिर्फ मोदी का समर्थक और प्रशंसक हूं । मेरे पास किसी भी राजनीतिक दल की सदस्यता नहीं है और न ही मैं कांग्रेस के साथ हूं । रिपब्लिक भारत को मुझसे माफ़ी मांगनी चाहिए ।" उन्होंने कहा, "मेरे कई वीडियो पिछले दिनों वायरल हुए हैं जिसमें दावा किया गया है कि मैं दिल्ली का एक पुलिस अधिकारी हूं, राजनेता सचिन पायलट का ससुर हूं और कुछ लोगों ने मुझे मोदी की प्रशंसा करते हुए पाकिस्तानी नागरिक भी कहा है! मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मैं मोहन चंद्र पांडे नाम का एक सामान्य व्यक्ति हूं, जो एक कंपनी के साथ जोनल सेल्स मैनेजर के रूप में काम करता है और ये वीडियो मेरे हैं जहां मैं मोदी के लिए अपना समर्थन दिखा रहा हूं । ”
टिप्पणी के लिए बूम ने रिपब्लिक भारत से भी संपर्क किया है और जवाब मिलने पर कहानी को अपडेट किया जाएगा ।