बाबा रामदेव की पुरानी तस्वीर को किया गया गलत सन्दर्भ में वायरल
वायरल पोस्ट में वर्ष 2011 में हुए एक अनशन की फ़ोटो को गलत कैप्शन के साथ शेयर किया गया है
फ़ेसबुक पर एक फ़ोटो पोस्ट की गयी है जिसमें बाबा रामदेव को मोरारी बाबू और श्री श्री रविशंकर पानी पिलाते नज़र आ रहे हैं | फ़ोटो एक हॉस्पिटल में खींची गयी है एवं दावा किया गया है की लोगो को देशी इलाज़ बताने वाले बाबा रामदेव जर्मनी में अपना इलाज़ कराते हैं | आपको बता दें की यह दावे फ़र्ज़ी हैं और तस्वीर भी वर्ष 2011 की है |
फ़ोटो पर लिखा है: "करो योग रहो निरोग | बाबा रामदेव के घुटनों का जर्मनी में सफल ऑपरेशन | तुम स्वदेशी अपनाओ यही आदमी कहता था ना? मूत्र पीने से और गोबर खाने से फलां रोग ठीक होता है ढिमका रोग ठीक होता है? ख़ुद खाता नहीं दूसरों को खिलाता है |" आप पोस्ट यहाँ और यहाँ देख सकते हैं | इन पोस्ट्स के आर्काइव्ड वर्शन क्रमशः यहाँ और यहाँ देखें |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने फ़ोटो को गूगल रिवर्स इमेज सर्च कर के देखा तो हमें 2011 में हुए एक अनशन के बारे में लेख मिले | इन लेखों के साथ समान फ़ोटो इस्तेमाल हुई थी एवं वास्तविक फ़ोटो पी.टी.आई द्वारा ली गयी थी | द हिन्दू बिज़नेस लाइन के लेख अनुसार बाबा रामदेव 9 दिनों तक हरिद्वार के आश्रम में अनशन पर थे |रामदेव ने 4 जून 2011 को ये अनशन इस मांग के साथ शुरू की थी की केंद्र सरकार एक कठोर भ्रष्टाचार विरोधी कानून लाये | वो यह भी चाहते थे की विदेशों में इकठ्ठा काला धन भी जल्द वापस आये | हालांकि जब केंद्र सरकार ने उनसे इस दौरान किसी भी तरह की बात करने से मना कर दिया तो मजबूरन उन्हें अनशन तोड़ना पड़ा | अनशन ख़त्म होने पर उन्हें देहरादून के हिमालय अस्पताल में भर्ती किया गया था |
अनशन तोड़ते वक़्त श्री श्री रविशंकर और मोरारी बाबू ने अस्पताल में उन्हें पानी पिला कर अनशन तुड़वाया | यह फ़ोटो उनके घुटने के ऑपरेशन की नहीं बल्कि अनशन तोड़ते वक़्त देहरादून की है | इस अनशन के बारे में और जानने के लिए यहाँ पढ़ें |