चालीस साल पुराने पुल के गिरने की फ़ोटो ग़लत प्रसंग में वायरल
वायरल फ़ोटो के साथ दावा किया जा रहा है की पुल का उद्घाटन नरेंद्र मोदी ने तीन महीने पहले ही किया था
एक टूटे हुए पुल की फ़ोटो जो जूनागढ़-जामनगर हाईवे पर बना है सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल हो रही है | दावा किया जा रहा है की पुल का उद्धघाटन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में किया था | पश्चिम बंगाल कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने भी ट्वीट कर इस फ़ोटो के साथ भ्रामक दावा किया जिसमें कहा गया है की जामनगर-जूनागढ़ हाईवे पर बना पुल नरेंद्र मोदी के उद्धघाटन करने के तीन महीनों बाद ही गिर गया |
आप इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देख सकते हैं |
बूम ने गुजरात रोड्स एंड बिल्डिंग डिपार्टमेंट के चीफ़ इंजीनियर से बात की जिन्होंने बताया की जो पुल गिरा है वो चालीस साल पुराना था | बूम को समान कैप्शन के साथ यही फ़ोटो ट्विटर पर और भी लोगो द्वारा पोस्ट की हुई पायी |
फ़ैक्ट चेक
बूम को पश्चिम बंगाल के इस ट्वीट के कमैंट्स में मिला की यह पुल पुराना है |
इस कमैंट्स को पढ़ने पर हमनें एक रिवर्स इमेज सर्च चलाया जिससे हमें कुछ समाचार लेख देखने को मिले जो पिछले हफ़्ते गिरे हुए इस पुल के बारे में थे |
बूम ने पी.आर पटेलिआ से बात की जो गुजरात सरकार के रोड्स एंड बिल्डिंग डिपार्टमेंट में चीफ़ इंजीनियर और अत्तिरिक्त सचिव हैं | पटेलिआ ने कहा, "पुल चालीस साल से भी पुराना था | यह एक छोटा पच्चीस मीटर लम्बा पत्थर की चिनाई वाला पुल था जो दो दिन पहले गिरा गया | ऐसा अक्सर पुराना होने के कारण होता है | हालांकि इस पुल के गिरने से कोई मौत नहीं हुई और ना ही कोई चोटिल हुआ |"
उन्होंने यह भी कहा की नरेंद्र मोदी ने इस पुल का उद्घाटन नहीं किया और ना ही यह पुल उनके गुजरात के मुख्या मंत्री काल के दरान बना था | उन्होंने कहा, "यह पुल नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्य मंत्री बनने से काफी पहले बना था |"