कठिन से कठिन समय में भी हमें धैर्य नहीं खोना चाहिए: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा लॉक डाउन आखिरी विकल्प होगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज रात 8.45 पर देश को सम्बोधित करते हुए राज्यों से अपील की कि लॉकडाउन (Lockdown) को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें. देश के नाम प्रधानमंत्री का ये सन्देश मुख्यतः लोगों से कोविड नियमों का पालन करते हुए सतर्क और जागरूक रहने की अपील करता हुआ था.
प्रधानमंत्री ने माइक्रो कन्टेनमेंट ज़ोन्स (Micro containment zones) पर ध्यान केंद्रित करने की बात भी की. उन्होंने देशवासियों से ज़रूरतमंदों तक मदद पहुंचाने की अपील की. युवाओं को सम्बोधित करते हुए मोदी ने कहा की वो अपने सोसाइटी और मोहल्लों में छोटी छोटी कमिटियां बनाकर कोविड अनुसाशन पालन करवाने में मदद करें.
मोदी ने गंभीर मुद्दों जैसे बढ़ती ऑक्सीजन (oxygen) डिमांड और वैक्सीनेशन (vaccination) पर भी लोगों को आश्वस्त किया. उन्होंने राज्यों में नए ऑक्सीजन प्लांट्स, ऑक्सीजन रेल इत्यादि की बात की. साथ ही प्रधानमंत्री ने वैक्सीन निर्माण बढ़ाने के लिए हुई बड़े फार्मा कंपनियों से अपनी बातचीत का भी उल्लेख किया.
"पहले की तरह ही सरकारी अस्पतालों में मुफ्त वैक्सीन मिलती रहेगी," मोदी ने कहा. श्रमिकों को भी तेज़ी से वैक्सीन मिलें, इसके लिए मोदी ने राज्य सरकारों से आग्रह किया कि वो श्रमिकों को, जिस शहर में हैं वहीँ पर वैक्सीन मुहैया कराएं.
"आज नवरात्री का आखिरी दिन, कल राम नवमी है और मर्यादा पुरोषत्तम श्री राम का हम सभी को यही सन्देश है कि हम मर्यादाओं का पालन करें. कोरोना के इस संकट काल में कोरोना से बचने के जो भी उपाय हैं, कृपया करके उन का पालन शत प्रतिशत करें. दवाई भी कड़ाई भी," प्रधानमंत्री ने कहा.
मोदी ने रमज़ान के पवित्र महीने से धैर्य और अनुसाशन की सीख लेने की सलाह देते हुए कहा कि लोग कोविड अनुसाशन का पूरा पालन करें.