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ISRO: मिशन को लगा आखिरी मिनट में झटका
ISRO आज के mission में एक महत्वपूर्ण सैटेलाइट EOS-03 launch करने वाला था
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइज़ेशन (इसरो, ISRO) आज अपनी एक महत्वपूर्ण अर्थ ऑब्ज़र्वेशन सैटेलाइट (EOS) को अंतरिक्ष में भेजने से नाकामयाब रहा.
ISRO अपनी सैटेलाइट EOS-03 को GSLV रॉकेट से अंतरिक्ष में भेजने वाला था. लेकिन rocket लिफ़्ट-ऑफ़ के पाँच मिनट बाद ही ख़राब हो गया और satellite अंतरिक्ष में नहीं भेजी जा सकी.
GSLV-F10 lifts off successfully from Satish Dhawan Space Centre, Sriharikota#GSLV-F10 #EOS03 #ISRO pic.twitter.com/iXZfHd7YdZ
— ISRO (@isro) August 12, 2021
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ISRO के Satellite Launch Mission के बारें में पढ़ें महत्त्वपूर्ण बातें:
- ISRO की सैटेलाइट EOS-03 आज, यानि 12 अगस्त 2021, सुबह 5:43 बजे, सतीश धवन स्पेस सेंटर (Satish Dhawan Space Centre), श्रीहरिकोटा से लॉन्च की गई थी.
- सैटेलाइट को लॉन्च करने वाले रॉकेट GSLV-F10 की लंबाई 52 मीटर है.
- ISRO के एक ट्वीट के मुताबिक, लॉन्च के पहले और दूसरे चरण का प्रदर्शन ठीक रहा. लेकिन तकनीकी समस्या के कारण क्रायोजेनिक अपर स्टेज इग्निशन नहीं हुआ जिसकी वजह से मिशन पूरा नहीं किया जा सका.
GSLV-F10 launch took place today at 0543 Hrs IST as scheduled. Performance of first and second stages was normal. However, Cryogenic Upper Stage ignition did not happen due to technical anomaly. The mission couldn't be accomplished as intended.
— ISRO (@isro) August 12, 2021
- EOS-03, नई पीढ़ी की अर्थ ऑब्ज़र्वेशन सैटेलाइट का हिस्सा है. ये देश के बड़े हिस्सों की लगभग वास्तविक समय - जिसे रीयलटाइम कहते हैं - की तस्वीरें प्रदान करने के लिए था, जिनका उपयोग जल निकायों, जंगलों और बाढ़, चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं की निगरानी के लिए किया जा सकता है.
- GSLV रॉकेट के साथ ये 14वा लॉन्च है और चौथी नाकामयाबी.
- EOS-03 को दरअसल पिछले साल मार्च 2020 में लॉन्च करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन पहले तकनीकी गड़बड़ियों के कारण और फिर कोविड महामारी के कारण मिशन स्थगित करना पड़ा था.
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