अमूल विज्ञापन गांधी परिवार को बना रहे हैं निशाना? नहीं, ख़बर झूठी है
बूम ने पाया कि मूल कार्टून ने प्रियंका गांधी वाड्रा के राजनीति में आने का स्वागत किया गया था
अमूल विज्ञापन की लोकप्रिय अमूल गर्ल के साथ गांधी परिवार को निशाने पर लेते हुए फैलाये जाने वाला विज्ञापन फ़र्ज़ी है |
वायरल बिलबोर्ड में अमूल की ट्रेडमार्क शैली में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की तस्वीर भी है । बिलबोर्ड पर हिंदी में लिखा गया है, “नाना ने खाया , दादी ने खाया, पापा ने खाया, मम्मी ने खाया आओ बहना तुम भी खालो जीजू को भी यहाँ बुला लो ।” “खाया” शब्द का इस्तेमाल गांधी परिवार के सदस्यों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के लिए किया गया है ।
बूम को यह तस्वीर इसके व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर (7700906111) पर प्राप्त हुई है जो इसकी सत्यता के बारे में पूछ रहे हैं । यह तस्वीर ट्वीटर पर भी फैलाई जा रही है ।
फ़ैक्ट चेक
बूम ने गूगल रिवर्स इमेज किया और इसके माध्यम से हम बिलबोर्ड पर विभिन्न तस्वीरों के साथ फ़ोटो में दिखाई देने वाली कार की कई समान इमेज तक पहुंचे ।
इससे पता चलता है कि अमूल विज्ञापन को बिलबोर्ड इमेज पर फ़ोटोशॉप किया गया था ।
बिलबोर्ड के नीचे बाईं ओर 'रत्नेश' नाम देखा जा सकता है ।
अमूल विज्ञापन आमतौर पर देवनागरी लिपि का उपयोग नहीं करते हैं । ऐसा प्रतीत होता है कि इमेज को व्यंग की तरह बनाया गया है ।
मूल कार्टून विज्ञापन 24 जनवरी, 2019 से लिया गया है, जब अमूल ने प्रियंका गांधी वाड्रा के राजनीति में औपचारिक प्रवेश पर एक कार्टून जारी किया था । (यहां और पढ़ें)
अमूल गर्ल डेयरी कंपनी का आधिकारिक शुभंकर है, जो अपने कार्टूनों के माध्यम से राजनीतिक और वर्तमान घटनाओं पर चर्चा करता है ।
मूल कार्टून में, नीचे दाईं ओर टेक्स्ट है जिसका हिंदी अनुवाद है- ‘फैमिली स्त्री! और भाई बहन के लिए अमूल'। बूम ने अमूल अभियान के पीछे विज्ञापन एजेंसी, डाकुन्हा कम्युनिकेशंस से संपर्क किया । एजेंसी में क्रिएटिव डायरेक्टर राहुल दा कुन्हा ने वायरल फोटो के फर्जी होने की पुष्टि की और कहा कि यह एजेंसी से नहीं आया है ।