ग़ाज़ा में ली गयी महिला के साथ एक बच्चे की फ़ोटो कश्मीर से जोड़कर की गयी वायरल
बूम ने पाया की फ़ोटो गाज़ा स्ट्रिप पर इज़रायली हमले के बाद दिसंबर 2008 में ली गयी थी
भारत ने कश्मीर को स्पेशल स्टेटस देने वाला अनुच्छेद 370 निरस्त कर दिया है | इसके बाद से कश्मीर में पिछले कुछ तीन हफ़्तों से संपर्क व्यवस्था ठप पड़ी है | सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे वायरल हो रहे है | इंटरनेट यूज़र्स दुनिया भर के वीडियो और फ़ोटोज़ को कश्मीर और कश्मीरियों से जोड़कर शेयर कर रहे हैं जिससे फ़र्ज़ी सूचना की बाढ़ आगयी है |
ऐसे ही दावे के साथ एक तस्वीर फ़ेसबुक पर शेयर की गयी है | दावा किया जा रहा है की तस्वीर में दिख रहे महिला और उसके बच्चे पर भारतीय सेना ने अत्याचार किया है | अंग्रेजी कैप्शन का हिंदी अनुवाद है: चेहरे कहानी बताते हैं | भारत की क्रूरता ने कश्मीर को एक नर्क बना दिया है |
यह दावा झूठ है एवं तस्वीर का कश्मीर से दूर-दूर तक कोई सम्बन्ध नहीं है |
इस पोस्ट को नीचे एवं इसके आर्काइव्ड वर्शन को यहाँ देखें |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सर्च इंजन यांडेक्स पर रिवर्स इमेज सर्च किया | हमे क़तर के न्यूज़ चैनल अल जज़ीरा की वेबसाइट पर एक लेख मिला | इस लेख को दिनांक 7 जनवरी 2009 को प्रकाशित किया गया था और इसमें समान तस्वीर इस्तेमाल की गयी थी जो लेख में निचली तरफ़ देखी जा सकती है |
लेख में बताया गया है की विशेषज्ञों के अनुसार कैसे अमेरिकी मीडिया ने ग़ाज़ा स्ट्रिप एवं इज़रायली संघर्ष में इज़रायली भाग को प्राथमिकता दी | इसमें दो तसवीरें इस्तेमाल हुई हैं | एक ग़ाज़ा स्ट्रिप में लोगों के संघर्ष को दर्शाती है और दूसरी इज़रायली पक्ष को |
इसके अलावा हमें इंडिया टुडे का एक लेख मिला जिसमे इसे गेट्टी इमेज द्वारा ली गयी तस्वीर बताया था | हमनें गेट्टी इमेज की वेबसाइट को खंगाला | यह तस्वीर 29 दिसंबर 2008 को वेबसाइट पर डाली गयी थी |
इसकी व्याख्या में लिखा है:
जबालिआ, ग़ाज़ा स्ट्रिप - दिसंबर 29 : उत्तरी ग़ाज़ा स्ट्रिप में समेरा बालूशा (34) अपनी जीवित बेटी इमान (15) और बेटे मोहमद (15 महीने) के साथ अपनी बेटी जवहर बालूशा (उम्र 4) के अंतिम संस्कार को देखने की प्रतीक्षा कर रही है | जवहर अपनी चार और बहनों के साथ इज़रायली हवाई हमले में दिसंबर 29 2008 को मारी गयी |…
फ़ोटो: आबिद कतिब /गेट्टी इमेज