Boom Live

Trending Searches

    Boom Live

    Trending News

      • फैक्ट चेक
      • एक्सप्लेनर्स
      • फास्ट चेक
      • अंतर्राष्ट्रीय
      • वेब स्टोरीज़
      • राजनीति
      • वीडियो
      • Home-icon
        Home
      • Authors-icon
        Authors
      • Careers-icon
        Careers
      • फैक्ट चेक-icon
        फैक्ट चेक
      • एक्सप्लेनर्स-icon
        एक्सप्लेनर्स
      • फास्ट चेक-icon
        फास्ट चेक
      • अंतर्राष्ट्रीय-icon
        अंतर्राष्ट्रीय
      • वेब स्टोरीज़-icon
        वेब स्टोरीज़
      • राजनीति-icon
        राजनीति
      • वीडियो-icon
        वीडियो
      Trending Tags
      TRENDING
      • #Operation Sindoor
      • #Narendra Modi
      • #Pahalgam Terrorist Attack
      • #Rahul Gandhi
      • #Waqf Amendment Act 2025
      • Home
      • फैक्ट चेक
      • क्या जय शाह मामले में द वायर ने...
      फैक्ट चेक

      क्या जय शाह मामले में द वायर ने सुप्रीम कोर्ट में माफ़ीनामे की पेशकश की?

      जय शाह ने आरोप लगाया था कि द वायर ने उनके व्यापार संबंधी मामलों पर एक समाचार रिपोर्ट के द्वारा उन्हें बदनाम किया था और आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया था

      By - Anmol Alphonso |
      Published -  20 March 2021 1:55 PM
    • क्या जय शाह मामले में द वायर ने सुप्रीम कोर्ट में माफ़ीनामे की पेशकश की?

      द वायर (The Wire) ने शनिवार को उस दावे को ख़ारिज कर दिया जिसमें कहा गया था उसने (द वायर) समाचार वेबसाइट के ख़िलाफ़ दायर आपराधिक मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट में गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह (Jay Shah) से माफ़ी मांगने की पेशकश की थी. वायरल दावे में यह भी कहा गया है कि द वायर केस हार गया है, जबकि ट्रायल अभी तक गुजरात कोर्ट में शुरू नहीं हुआ है.

      जय शाह ने आरोप लगाया था कि द वायर ने उनके व्यापार संबंधी मामलों पर एक समाचार रिपोर्ट के द्वारा उन्हें बदनाम किया था. शाह ने इस सिलसिले में वेबसाइट पर आपराधिक मानहानि का मुकदमा भी दायर किया था

      बिहार में सभी स्कूलों को 15 जून तक बंद किये जाने का यह आदेश पत्र फ़र्ज़ी है

      बूम ने द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन से बात की, जिन्होंने दावे को ख़ारिज करते हुए कहा कि मामले की सुनवाई अभी ट्रायल कोर्ट में शुरू नहीं हुई है.

      भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और पूर्व सांसद हरिओम पांडेय सहित कई प्रमुख ट्विटर हैंडल ने ग़लत दावे से ट्वीट किया कि मीडिया ऑर्गनाइज़ेशन ने केस हारने के बाद जय शाह से माफ़ी की पेशकश की थी.


      ट्वीट यहां देखें और आर्काइव वर्ज़न यहां देखें

      पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ नाम के ट्विटर हैंडल से ट्वीट में कहा गया कि, "अमित शाह जी के बेटे पर झूठा आरोप लगाने पर "The Wire" ने केस हारने के बाद sc में माफीनामे की पेशकश की है."


      ट्वीट यहां देखें और आर्काइव वर्ज़न यहां देखें

      ट्विटर पर वायरल

      इसी दावे के साथ ट्विटर पर बड़े पैमाने पर ट्वीट किये गए हैं.


      क्या ये तस्वीर मोदी को राजस्थान में पाकिस्तानी हिन्दू विस्थापितों से मिलते हुए दिखाती है?

      फ़ैक्ट चेक

      बूम ने द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन से संपर्क किया, जिसमें उन्होंने इन दावों को ख़ारिज करते हुए कहा, "यह पूरी तरह से बकवास है, ट्रायल शुरू भी नहीं हुआ है, मुझे नहीं पता कि उन्होंने यह क्यों और किस आधार पर गढ़ा है, लेकिन सत्य का तत्त्व शून्य प्रतिशत है."

      "दोनों सिविल मानहानि और आपराधिक मानहानि के मुक़दमें ट्रायल कोर्ट के पास हैं और हम तारीख़ों का इंतज़ार कर रहे हैं. पिछले डेढ़ साल से कोई मूवमेंट नहीं हुआ है," वरदराजन ने कहा.

      जनवरी 2018 में द वायर ने सुप्रीम कोर्ट का रुख़ किया था, जब गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी दलील को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था कि आपराधिक मानहानि का मुक़दमा ख़ारिज कर दिया जाए जो कि जय शाह द्वारा दायर किया गया था. शाह द्वारा दायर मानहानि मामले में 2017 की द वायर की उस रिपोर्ट का हवाला दिया गया है जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के एक साल बाद जय शाह की कंपनी का राजस्व बड़े पैमाने पर बढ़ा है.

      पत्रकार रोहिणी सिंह, उस रिपोर्ट की लेखिका जिस पर शाह ने मामला दर्ज किया था, ने ट्विटर हैंडल '@ThePushpendra_' के ट्वीट को ख़ारिज करते हुए कहा कि अदालत में मुकदमा शुरू नहीं हुआ है.

      उन्होंने ट्वीट में लिखा. "पत्रकारिता के साथ साथ आपने 'तथ्य और सत्य' को भी कोसों दूर छोड़ दिया. ट्रायल कोर्ट में अभी सुनवाई शुरू भी नहीं हुई है और आपने फ़ैसला भी सुना दिया। अब Whatsapp University के माध्यम से भक्त मंडली इस झूठ को फैलाएगी. कल Whatsapp के डाउन होने का सबसे बुरा असर भक्त इकोसिस्टम पर पड़ा."

      पत्रकारिता के साथ साथ आपने 'तथ्य और सत्य' को भी कोसों दूर छोड़ दिया।

      ट्रायल कोर्ट में अभी सुनवाई शुरू भी नहीं हुई है और आपने फ़ैसला भी सुना दिया। अब Whatsapp University के माध्यम से भक्त मंडली इस झूठ को फैलाएगी।

      कल Whatsapp के डाउन होने का सबसे बुरा असर भक्त इकोसिस्टम पर पड़ा। https://t.co/CT7N2KrXN7

      — Rohini Singh (@rohini_sgh) March 20, 2021

      फ़ैक्ट चेक: पुलिस ने बोर्ड न हटाने पर मंदिर को खंडहर करने की धमकी नहीं दी

      Tags

      Amit ShahSiddharth VardarajanThe WireFake NewsFact CheckViral ImageViral Tweets
      Read Full Article
      Claim :   द वायर ने अमित शाह के बेटे पर झूठा आरोप लगाने के लिए केस हारने के बाद सुप्रीम कोर्ट माफ़ीनामे की पेशकश की है.
      Claimed By :  Hari Om Pandey
      Fact Check :  False
      Next Story
      Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors.
      Please consider supporting us by disabling your ad blocker. Please reload after ad blocker is disabled.
      X
      Or, Subscribe to receive latest news via email
      Subscribed Successfully...
      Copy HTMLHTML is copied!
      There's no data to copy!