भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता और केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले आज तृणमूल कांग्रेस (TMC) का दामन थाम लिया.
यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही बीजेपी से नाराज़ चल रहे थे. इसी के चलते उन्होंने पार्टी से किनारा कर लिया था.
टीएमसी (TMC) में शामिल होते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के समय बीजेपी सर्वसम्मति में विश्वास रखती थी लेकिन आज पार्टी कुचलने और जीतने में विश्वास रखती है.
''ममता जी और मैंने साथ में मिलकर अटल जी के सरकार में काम किया था. आज देश एक अद्भुत बदलाव की स्थिति से गुज़र रहा है. मैंने दलगत राजनीति से ख़ुद को अलग कर लिया था लेकिन फिर किसी पार्टी में शामिल होकर सक्रिय हो रहा हूँ.”
बिहार में जन्मे यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) भारतीय प्रशासनिक सेवा में रह चुके हैं. सिन्हा ने 1984 में जनता पार्टी के साथ राजनीति की शुरुआत की थी. 1988 में वो पहली बार राज्यसभा के सदस्य के रूप में चुने गए.
यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) 1990 में चंद्रशेखर की सरकार में वित्त मंत्री और बीजेपी के नेतृत्व वाली अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त और विदेश मंत्री रह चुके हैं.