मार्च 22 World Water Day के रूप में मनाया जाता है. जबकि जल जीवन का एक अभिन्न अंग है, इसकी कमी और जल प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक़ पूरे विश्व में तीन में से एक व्यक्ति बिना सुरक्षित पेयजल के जीवनयापन करता है. आइए जानते हैं विश्व जल दिवस के बारे में...
World Water Day
दिसंबर 1992 में संयुक्त राष्ट्र की General Assembly ने बैठक में 22 मार्च को World Water Day घोषित किया. इसके बाद 1993 से सालाना इस दिन को विश्व जल दिवस के रूप में मनाते हैं.
Jal Shakti Abhiyan: Catch the Rain
इस अवसर पर प्रधानमंत्री Narendra Modi 'Jal Shakti Abhiyan: Catch the Rain' अभियान शुरू करेंगे. इसके अंतर्गत Jal Shakti Ministry और Uttar Pradesh और Madhya Pradesh सरकारें MoU साइन कर Ken-Betwa Link Project शुरू करेंगी.
2021 में क्या है थीम?
इस वर्ष विश्व जल दिवस की थीम 'Valuing Water' है. सामान्यतः इस दिवस के माध्यम से UN की कोशिश है कि 2030 तक सभी को जल और सैनिटेशन उपलब्ध हो.
जल प्रदुषण
UN के मुताबिक़ 2025 तक दुनिया की आधी जनसँख्या पानी की कमी से प्रभावित क्षेत्रों में होगी. फ़िलहाल हर तीन में से एक व्यक्ति सुरक्षित पेयजल के बिना जीवनयापन करता है.
विश्व जल दिवस का आयोजन
चूँकि COVID-19 Pandemic अभी ख़त्म नहीं हुई है, इसका आयोजन मुख्यतः वर्चुअल होगा.
#Water2me और #WorldWaterDay
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक़ यदि नागरिक ऑनलाइन चर्चा और वाद-विवाद में भाग लेना चाहते हैं तो वे #Water2me और #WorldWaterDay हैशटैग इस्तेमाल कर सकते हैं.
भारत में नदियां
भारत में नदियों की धार्मिक विशेषता भी है. यहां नदियों को देवियों का दर्जा देते हुए पूजा जाता है.
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