बजट शब्द की उत्पत्ति फ़्रेंच शब्द बोगेट (bougette) से हुई है जिसका अर्थ है चमड़े का ब्रीफ़केस (leather briefcase).
स्वतंत्र भारत का पहला बजट 26 नवंबर 1947 में वित्त मंत्री आर.के सन्मुखं चेट्टी ने प्रस्तुत किया था. गणतंत्र भारत का पहला बजट जॉन मथाई ने 1951 में प्रस्तुत किया था.
भारत में अब तक दो महिलाओं ने बजट पेश किया है. 28 फ़रवरी 1970 में इंदिरा गाँधी ने और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, जो 5 जुलाई 2019 के बाद इस साल दोबारा बजट पेश कर रही हैं.
केंद्रीय बजट में सबसे लम्बा भाषण पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिया है. वर्ष 1991 में जब वे वित्त मंत्री थे, उन्होंने 18,650 शब्दों का भाषण दिया था. सबसे छोटा भाषण एच.एम पटेल ने 1977 में अंतरिम बजट के दौरान दिया था जो महज़ 800 शब्दों का था.
वर्ष 1955 तक बजट सिर्फ अंग्रेजी में पब्लिश किया जाता था. वर्ष 1955 - 56 से इसे हिंदी में भी पब्लिश किया जाने लगा.
वर्ष 2017 तक यूनियन बजट और रेल बजट अलग-अलग प्रस्तुत किये जाते थे. मोदी सरकार ने इन दोनों बजटों को एक करते हुए इन्हे प्रस्तुत करने की तारीख मार्च 1 से फ़रवरी 1 कर दी.
वर्ष 2000 तक बजट फ़रवरी के आखिरी वर्किंग डे को शाम के पांच बजे से प्रस्तुत किया जाता था. बजट प्रस्तुति के समय को यशवंत सिन्हा ने 2001 में बदल कर सुबह ग्यारह बजे कर दिया.