पहले, दिसंबर 2019 में एंटी-सीएए प्रदर्शन और फिर कोरोना महामारी के कारण जामिया मिल्लिया इस्लामिया में शैक्षिक गतिविधियां बंद हैं. ऐसे में, कैंपस में पढ़ाई की चाहत रखने वाले तमाम छात्रों का अब सब्र टूटने लगा है.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया कैंपस खोलने की मांग को लेकर आज कई छात्र संगठनों ने यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 15 पर प्रदर्शन किया.
तमाम छात्र-छात्राओं ने कैंपस खोलने, सामान्य क्लास शुरू करने, सेंट्रल लाइब्रेरी खोलने और अल्पसंख्यक छात्रों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप में कटौती जैसे मुद्दों पर जामिया प्रशासन को घेरा.
छात्रों का कहना है कि जब सरकार ने देशभर में सिनेमा हॉल, जिम, बार और शॉपिंग मॉल पूरी क्षमता के साथ खोलने का आदेश दे दिया है तो शिक्षण संस्थानों पर ही पाबंदी क्यों लगी है?
छात्रों ने प्रशासन से जवाब तलब करते हुए पूछा कि दिल्ली में स्कूल, जेएनयू और दिल्ली यूनिवर्सिटी खोल देने के बावजूद सिर्फ जामिया क्यों बंद है?
छात्रों के प्रदर्शन के मद्देनजर जामिया कैंपस के बाहर सुबह से ही बड़ी तादाद में सुरक्षाकर्मियों तैनात हैं.
“कैंपस अब खुलना ही चाहिए क्योंकि यहां बच्चे पिछड़े वर्गों से आते हैं ऐसे में बहुत से छात्र ऑनलाइन क्लास नहीं कर सकते. कैंपस खुलेगा तो हमें लाइब्रेरी में पढ़ने का मौक़ा मिलेगा.” फ़राज़, मास्टर्स इन ह्यूमन राइट्स, जामिया