सिंघु बॉर्डर, दिसंबर 9, 2020: हाथों में 'हम किसान है, आतंकवादी नहीं' की तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन करते किसान
सुमित उषा
पुलिस ने दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर कंटीले तार और बैरिकेड्स लगा कर वाहनों का आवागमन बंद कर रखा है
सुमित उषा
प्रदर्शन स्थल पर चल रहे लंगरों में सुबह, दोपहर और रात गरमा-गर्म खाना परसा जाता है | इसके अलावा चाय, दूध, कॉफ़ी, ड्राई फ्रूट्स हर वक़्त बांटे जाते है | किसानों का मानना है कि खाली पेट आंदोलन नहीं होते
सुमित उषा
किसानो ने अपने ट्रैक्टर्स को घरों में तब्दील कर दिया है | धरना स्थल पर पार्क किये गए सैकड़ों ट्रैक्टर्स में किसान सर्द रातें गुज़ारते हैं
सुमित उषा
फ़ोन चार्जिंग वगैरह का प्रबंध ट्रैक्टर्स के अंदर ही है | ट्रैक्टर्स पर ही स्पीकर्स भी लगे हैं और गानों का भरपूर आनंद उठाया जाता है
सुमित उषा
निहंग सिखों के एक जत्थेदार का कहना है कि उनकी तम्बू के ऊपर बैठा उनका ये बाज़ दिल्ली पर नज़र रखे हुए है
सुमित उषा
ट्रैक्टर्स पर लगे स्पीकर्स शाम से पुरे धरना स्थल पर गुरबानी का प्रसारण करने लगते हैं | सुबह भी नारों से पहले लोग गुरबानी सुनते देखे जा सकते हैं
सुमित उषा
प्रदर्शनकारी मीडिया से भी खासे नाराज़ नज़र आ रहे हैं
सुमित उषा
ट्रैक्टर्स के अंदर ही नहीं ट्रकों के नीचे भी प्रदर्शनकारी किसानों ने रात गुज़ारने का प्रबंध कर रखा है
सुमित उषा
सुबह का सूरज धीरे धीरे प्रदर्शनकारियों में भी गर्मी भरने लगता है | सुबह के चाय नाश्ते के बाद लोग प्रदर्शन स्थल का रुख करने लगते हैं | ट्रैक्टर्स के अंदर बिस्तर समेटे जा रहे हैं | एक लम्बे दिन कि शुरुआत हो चुकी है