भारत इस साल अपना 72वा गणतंत्र दिवस मनाएगा जिसमें COVID-19 सुरक्षा नियम पूरी तरह लागू होंगे.
26 जनवरी की तारीख को गणतंत्र दिवस के रूप में चुना गया क्योंकि यह पूर्ण स्वराज दिवस (26 जनवरी 1930) की वर्षगांठ की तारीख है.
गणतंत्र दिवस के अवसर पर हर साल होने वाली भव्य परेड राष्ट्रपति भवन से शुरू होकर राजपथ से होते हुए लाल किले पर ख़त्म होती है.
इस वर्ष COVID-19 के कारण 50 वर्षों में पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड पर कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा. ब्रिटिश PM बोरिस जॉनसन को गणतंत्र दिवस पर भारत आने के लिए आमंत्रित किया गया था. हालांकि, UK में COVID-19 के नए स्ट्रेन के पाए जाने के बाद उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी.
पिछले साल 1,50,000 की तुलना में इस वर्ष दर्शकों की संख्या मात्रा 25,000 तक सीमित है. मीडिया प्रतिनिधियों की संख्या 300 से 200 की गई है. 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को इसमें भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
राफ़ेल लड़ाकू जेट - जो पिछले साल भारतीय वायु सेना (IAF) में शामिल हुए हैं - इस साल परेड के मुख्य आकर्षण हैं. परेड में भारत की पहली महिला फ़ाइटर पायलट - भावना कंठ - और बांग्लादेश आर्म्ड फ़ोर्सेस की एक टुकड़ी भी शामिल होगी.
डिपार्टमेंट ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी स्वदेशी रूप से COVID-19 वैक्सीन के निर्माण के लिए वैज्ञानिकों द्वारा किए गए प्रयासों को इस साल की झांकियों में प्रदर्शित करेगा.